
#गढ़वा #राष्ट्रीयविद्यार्थीदिवस : स्थापना दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में युवाओं को 2047 के विकसित भारत की रीढ़ बताया गया — विचारों, जोश और संकल्प से भरा आयोजन
- गोविंद +2 उच्च विद्यालय गढ़वा में ABVP ने आयोजित की विचार संगोष्ठी
- “2047 के भारत में युवाओं की भूमिका” विषय पर वक्ताओं ने रखा विचार
- राज्य व विभागीय पदाधिकारियों ने युवाओं को राष्ट्रनिर्माण का आधार बताया
- कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने किया पौधारोपण, दिया पर्यावरण का संदेश
- स्थानीय छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर बढ़ाया आयोजन का गौरव
स्थापना दिवस पर युवा चेतना को जागरूक करने की पहल
गढ़वा नगर इकाई द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के 77वें स्थापना दिवस एवं राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के अवसर पर स्थानीय गोविंद +2 उच्च विद्यालय में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का विषय था — “2047 के विकसित भारत में युवाओं की भूमिका”। कार्यक्रम में राज्य विश्वविद्यालय कार्य सह संयोजक मंजुल शुक्ल, पलामू विभाग संयोजक रामाशंकर पासवान, विद्यालय के प्राचार्य विश्वविजय सिंह, जिला संयोजक शुभम तिवारी, एवं जिला कला मंच प्रमुख कोस्तुभ सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
युवाओं को बनना होगा तकनीकी और नेतृत्व का स्तंभ
मंजुल शुक्ल ने युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भागीदार बताते हुए कहा:
मंजुल शुक्ल ने कहा: “2047 में भारत आज़ादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। उस समय तक हम विश्व शक्ति बन सकते हैं, लेकिन यह तभी संभव है जब आज के युवा तकनीकी रूप से दक्ष और राष्ट्रहित में सजग बनें। हमें शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक और स्टार्टअप कौशल भी विकसित करना होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाएं युवाओं को नौकरी चाहने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाती हैं।
सामाजिक विकास और समानता में भी निभानी होगी भूमिका
विभाग संयोजक रामाशंकर पासवान ने कहा:
रामाशंकर पासवान ने कहा: “2047 का भारत केवल आर्थिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी विकसित होना चाहिए। युवाओं को जातिवाद, धर्मभेद और लैंगिक असमानता जैसी कुरीतियों के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करनी चाहिए।”
उन्होंने युवाओं से कहा कि सिर्फ पढ़ाई में ही नहीं, समाज सेवा और जागरूकता अभियान में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
युवाओं की मेहनत से ही बनेगा भारत विश्व गुरु
विद्यालय के प्राचार्य विश्वविजय सिंह ने युवाओं को जिम्मेदारी समझाते हुए कहा:
विश्वविजय सिंह ने कहा: “2047 में भारत कैसा होगा, यह पूरी तरह से युवाओं की सोच, संकल्प और परिश्रम पर निर्भर करता है। यदि युवा नवाचारी बनें और कर्तव्यनिष्ठ रहें तो भारत को कोई नहीं रोक सकता।”
राष्ट्रहित को बनाना होगा प्राथमिकता: शुभम तिवारी
जिला संयोजक शुभम तिवारी ने कहा कि युवाओं को हर परिस्थिति में राष्ट्रहित को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि:
शुभम तिवारी ने कहा: “युवा शक्ति परिवर्तन का वाहक भी है और लाभार्थी भी। हमें अपने छोटे प्रयासों से भी बड़ा सामाजिक परिवर्तन लाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।”
पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इससे उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को लेकर अपना संकल्प भी प्रकट किया।
इस संगोष्ठी में सचिन चौबे, निरंजन चौबे, सुगंध बघेल, राज पटवा, हर्ष चंद्रवंशी, काजल, रश्मि, आकांक्षा, अनन्या, मुस्कान, सेजल, प्रेरणा समेत बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे। सभी ने वक्ताओं की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और अपने भविष्य निर्माण के लिए प्रेरणा ली।
न्यूज़ देखो: युवाओं को प्रेरित करती विचारों की संगोष्ठी
ABVP गढ़वा की यह पहल युवाओं को न केवल राष्ट्र निर्माण के प्रति जागरूक करती है, बल्कि उन्हें तकनीकी, सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारियों की ओर भी इंगित करती है। ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों में नेतृत्व, सोच और समझदारी का विकास होता है।
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जागरूक युवा ही देश का भविष्य बदल सकते हैं
2047 का भारत आज के युवाओं की दिशा और दृष्टि से तय होगा। ऐसे कार्यक्रमों से युवा समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि आप भी देश की तरक्की में भागीदार बनना चाहते हैं, तो अपने विचार साझा करें, इस लेख को अपने दोस्तों और परिवारजनों से शेयर करें, और सजग नागरिकता की जिम्मेदारी निभाएं।