
#गढ़वा #बिरसामुंडाजयंती : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कांडी इकाई ने छात्राओं को स्वास्थ्य और सामाजिक जिम्मेदारी की प्रेरणा दी।
- कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, गढ़वा में 93 छात्राओं के लिए रक्तगट जांच शिविर आयोजित।
- कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कांडी थाना एसआई जुली टुडू, अभाविप प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार सिंह, और नगर मंत्री लक्की कुमार उपस्थित।
- शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्वलन और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा, स्वामी विवेकानंद और मां सरस्वती की तैलचित्र पर पुष्पांजलि के साथ किया गया।
- छात्राओं ने स्वागत गीत और झारखंडी नृत्य प्रस्तुतियां कर सांस्कृतिक झलक दिखाई।
- स्वास्थ्य विभाग के सरोज कुमारी, नीरज कुमार, डॉ. विशाल कुमार और डॉ. वीर प्रताप सिंह द्वारा स्वास्थ्य जांच और समाजिक जिम्मेदारी की जानकारी दी गई।
गढ़वा में 15 नवंबर 2025 को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) कांडी इकाई ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं के लिए विशेष रक्तगट जांच शिविर का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल छात्राओं के स्वास्थ्य की देखभाल करना था, बल्कि उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देना भी था।
कार्यक्रम की शुरुआत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
कार्यक्रम का उद्घाटन कांडी थाना एसआई जुली टुडू, अभाविप प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार सिंह और विद्यालय शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्वलित कर और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा, स्वामी विवेकानंद एवं मां सरस्वती की तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। तत्पश्चात छात्राओं ने उत्साहपूर्वक स्वागत गीत प्रस्तुत किया और ‘हाय रे मोरा सोना झारखण्ड’ गीत पर झारखंडी नृत्य प्रस्तुत कर सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत किया।
मुख्य अतिथियों का संदेश
मुख्य अतिथि एसआई जुली टुडू ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा:
“जल, जंगल, जमीन और वनवासी अस्मिता की रक्षा और मातृभूमि को स्वतंत्र कराने वाले धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की जीवनी से हम सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। अपराध रोकथाम के प्रति भी सजग रहें।”
अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार सिंह ने कहा:
“धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा ने अपने साहस की स्याही से इतिहास के पृष्ठों पर शौर्य की शब्दावली रची। आज झारखंड राज्य 25 वर्ष पूर्ण कर रहा है और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती इस अवसर को और विशेष बनाती है। विद्यार्थी परिषद समाज में छात्रों को जागरूक करने हेतु निरंतर प्रयासरत है।”
नगर मंत्री लक्की कुमार ने कहा कि विद्यार्थी केवल अकादमिक रूप से नहीं बल्कि सामाजिक और नैतिक रूप से भी मजबूत बनें, ताकि वे राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दे सकें।
स्वास्थ्य और सामाजिक जिम्मेदारी की शिक्षा
रक्तगट जांच शिविर में कुल 93 छात्राओं की स्वास्थ्य जांच की गई। सरोज कुमारी, नीरज कुमार, डॉ. विशाल कुमार और डॉ. वीर प्रताप सिंह ने छात्राओं को रक्तगट जांच के महत्व, व्यक्तिगत स्वास्थ्य और समाज के प्रति जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया।
सरोज कुमारी ने कहा: “छात्राओं को स्वास्थ्य की जानकारी देने के साथ-साथ यह भी समझाना आवश्यक है कि वे समाज में अपनी भूमिका निभाएं।”
कार्यक्रम में अभाविप के सदस्य आयुष दुबे, विशाल कुमार, कस्तूरबा विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और सैकड़ों छात्राएं उपस्थित रही।

न्यूज़ देखो: प्रेरणा और स्वास्थ्य जागरूकता का संगम
यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को स्वास्थ्य की जानकारी देने का अवसर था, बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी और आदर्शों के प्रति जागरूक करने का माध्यम भी बना। अभाविप की इस पहल ने यह संदेश दिया कि शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ सामाजिक चेतना भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
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सकारात्मक प्रेरणा और सक्रियता का संदेश
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरित होकर युवा अपने समाज के प्रति सजग और जिम्मेदार बन सकते हैं। स्वास्थ्य और सामाजिक कर्तव्यों की समझ विकसित करना जीवन में नई दिशा देता है। सजग रहें, सक्रिय बनें। अपने अनुभव और विचार कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और समाज में जागरूकता फैलाने में योगदान दें।





