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गावां में भ्रष्टाचार पर एसीबी का प्रहार: 20 हजार घूस लेते राजस्व कर्मचारी रंगे हाथ गिरफ्तार

#गावां #घूस_कांड : म्यूटेशन के एवज में मांगी थी 50 हजार की रिश्वत — एसीबी धनबाद टीम ने गावां बाजार में छापेमारी कर पकड़ा रंगे हाथ

रिश्वतखोरी का अड्डा बना गावां, एसीबी की कार्रवाई से खुला राज

गिरिडीह जिले के गावां प्रखंड में शुक्रवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई। राजस्व कर्मचारी आलोक शंकर त्रिगुणायत को एसीबी धनबाद की टीम ने 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। यह रकम म्यूटेशन के कार्य को संपन्न कराने के बदले मांगी गई थी। आरोपी को गावां बाजार स्थित बेलु राम के घर से पकड़ा गया।

शिकायतकर्ता राजू प्रसाद यादव ने एसीबी को लिखित शिकायत में बताया था कि राजस्व कर्मचारी ने म्यूटेशन प्रक्रिया में तेजी लाने के नाम पर कुल 50 हजार रुपए की मांग की थी। इसके बाद पहली किस्त के रूप में 20 हजार देने की बात तय हुई। इसी आधार पर एसीबी ने जाल बिछाया और उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी के पुराने कारनामों से पहले भी त्रस्त रही जनता

जानकारी के अनुसार, आलोक शंकर त्रिगुणायत पूर्व में देवरी अंचल में भी पदस्थापित रह चुका है। वहां भी उनके कार्यशैली को लेकर कई शिकायतें सामने आई थीं। अब गावां अंचल में हल्का नंबर 8 और 9 का प्रभार संभालते हुए भी उन्होंने भ्रष्टाचार की वही कहानी दोहराई

शिकायतकर्ता राजू यादव ने बताया: “आलोक शंकर म्यूटेशन के लिए लगातार दबाव बना रहा था और स्पष्ट रूप से रिश्वत की मांग कर रहा था।”

एसीबी की टीम ने पहले से ही सारी योजना तैयार कर रखी थी और जैसे ही आरोपी ने पैसे स्वीकार किए, उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।

कार्यालय में मचा हड़कंप, जनता में आक्रोश

गिरफ्तारी की खबर मिलते ही प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया। कुछ कर्मचारी कार्यालय छोड़कर चले गए, जबकि कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में कार्यालय के बाहर जुट गए।

जनता का कहना है कि गावां अंचल कार्यालय में म्यूटेशन, एलपीसी, दाखिल-खारिज, नक्सा आदि कामों के लिए खुलेआम रिश्वत ली जाती है।

एक ग्रामीण ने बताया: “जब तक रिश्वत न दो, तब तक म्यूटेशन आगे नहीं बढ़ता। एसीबी की यह कार्रवाई जनता के लिए राहत देने वाली है।”

एसीबी की टीम ने पूरी प्रक्रिया में अपनाई पारदर्शिता

धनबाद एसीबी की टीम ने इस ऑपरेशन में पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए गिरफ्तारी की। टीम ने मौके पर पहुंचकर पहले से तय जगह पर नजर रखी और जैसे ही रिश्वत की रकम ली गई, आरोपी को पकड़ लिया गया।

अब आरोपी को धनबाद ले जाया गया है, जहां उससे पूछताछ जारी है। एसीबी जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करेगी।

न्यूज़ देखो: भ्रष्टाचार पर जनता की सटीक निगरानी

न्यूज़ देखो का मानना है कि यह कार्रवाई जनता की सजगता और सिस्टम पर नजर रखने की जीत है। राजस्व से जुड़े विभागों में पारदर्शिता लाना तभी संभव है, जब आम लोग ऐसे मामलों की साहसपूर्वक शिकायत करें और प्रशासन ईमानदारी से कार्रवाई करे। एसीबी की तत्परता और आम जनता की सक्रियता से एक मजबूत उदाहरण सामने आया है।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक समाज ही सबसे बड़ी ताकत है

यदि आप भी सरकारी दफ्तरों में रिश्वत की मांग से परेशान हैं, तो मौन न रहें, आवाज उठाएं। अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और यह खबर अपने दोस्तों, परिजनों और सोशल मीडिया पर साझा करें — ताकि अन्य लोग भी सतर्क और प्रेरित हों।

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