#बानो #दुर्घटना : महाबुवांग डूमरटोली में देर रात हादसा, अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम।
- सूजन समद, टेम्पो चालक, बेड से गिरकर गंभीर रूप से घायल।
- घटना महाबुवांग डूमरटोली गांव की, रात में सोते समय हुआ हादसा।
- परिजनों ने संदीप समद को दी सूचना, फिर थाना प्रभारी को खबर।
- इलाज के लिए बानो सीएचसी ले जाया गया, रास्ते में ही मौत।
- शव को पोस्टमार्टम के लिए सिमडेगा भेजा गया।
बानो। सिमडेगा जिले के बानो प्रखंड के महाबुवांग थाना क्षेत्र के ग्राम महाबुवांग डूमरटोली में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां के निवासी सूजन समद, जो रोज़ाना टेम्पो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे, की देर रात बेड से गिरने से मौत हो गई।
कैसे हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार सूजन समद रोज की तरह दिनभर टेम्पो चलाने के बाद शाम को घर लौटे और खाना खाकर बारामदे में लगे बेड पर सो गए। रात के समय अचानक गिरने की आवाज सुनाई दी। जब परिजनों ने देखा तो सूजन बेड से नीचे गिरे हुए थे और बेहोश पड़े थे।
तुरंत दी गई सूचना
परिवार ने इसकी जानकारी जेएमएम सोय पंचायत अध्यक्ष संदीप समद को दी। संदीप समद ने तुरंत महाबुवांग थाना प्रभारी अमरनाथ कुमार सोनी को सूचना दी। इसके बाद सूजन को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो ले जाया गया।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही गई जान
परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते में ही सूजन ने दम तोड़ दिया। घटना की पुष्टि के बाद थाना प्रभारी अमरनाथ कुमार सोनी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिमडेगा भेज दिया।
पत्नी का बयान
मृतक की पत्नी मरसल्याणी समद ने बताया कि सूजन सिर के बल गिरे थे, जिससे संभवतः गंभीर चोट लग गई और यही उनकी मौत का कारण बनी।
न्यूज़ देखो: सुरक्षा और सावधानी से बच सकती हैं कई जानें
यह घटना बताती है कि कभी-कभी घर के भीतर भी छोटी सी लापरवाही बड़ा हादसा बन जाती है। ऊंचे बेड या असुरक्षित जगहों पर सोते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण समाज को मिलकर ऐसे हादसों से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ानी होगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
हादसों से सबक लेकर सतर्क रहना होगा
सूजन समद की अचानक मौत से परिवार और गांव सदमे में है। यह हम सबको याद दिलाता है कि जीवन अनमोल है और सुरक्षा उपायों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। अब वक्त है कि हम सब घर और समाज में छोटी-छोटी सावधानियों को गंभीरता से लें। अपनी राय दें और इस खबर को साझा करें ताकि दूसरों को भी जागरूक किया जा सके।