
#बरवाडीह #बैंक_अव्यवस्था : पंजाब नेशनल बैंक बेतला शाखा में केवाईसी, खाता लिमिट और जमा-निकासी को लेकर महीनों से भटक रहे ग्राहक।
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत बेतला स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में इन दिनों ग्राहकों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केवाईसी, खाता लिमिट, राशि जमा और निकासी जैसे सामान्य कार्यों के लिए लोगों को बार-बार बैंक का चक्कर लगाना पड़ रहा है। आरोप है कि महीनों तक एक ही काम लंबित रखा जा रहा है, जिससे ग्राहकों में आक्रोश बढ़ रहा है। बैंक प्रबंधन ने स्टाफ की कमी और तकनीकी समस्या को देरी का कारण बताया है।
- पंजाब नेशनल बैंक बेतला में केवाईसी और लेनदेन को लेकर परेशानी।
- एक ही कार्य के लिए महीनों तक चक्कर लगाने का आरोप।
- बिचौलियों के माध्यम से केवाईसी कराने का दावा।
- आम ग्राहकों को बार-बार फॉर्म भरने की मजबूरी।
- बैंक स्टाफ और ग्राहकों में अक्सर विवाद।
- शाखा प्रबंधक ने स्टाफ की कमी और तकनीकी समस्या बताई वजह।
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के बेतला में संचालित पंजाब नेशनल बैंक शाखा इन दिनों अपनी अव्यवस्था को लेकर चर्चा में है। खाता धारकों का कहना है कि केवाईसी, पैसा जमा-निकासी, खाता में लिमिट बढ़ाने जैसे सामान्य कार्यों के लिए भी उन्हें कई दिनों नहीं बल्कि महीनों तक बैंक का चक्कर काटना पड़ रहा है।
केवाईसी के नाम पर बिचौलियों का बोलबाला
ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक में केवाईसी फॉर्म बिचौलियों के माध्यम से लिया जा रहा है। बिचौलियों द्वारा केवाईसी के नाम पर अतिरिक्त खर्च की मांग की जाती है। लोगों का कहना है कि जब बिचौलिए के जरिए फॉर्म दिया जाता है, तो बिना खाता धारक के मौजूद रहे ही केवाईसी जल्द हो जाती है, जबकि सामान्य ग्राहक खुद बैंक पहुंचने पर भी महीनों तक भटकते रहते हैं।
एक ही काम के लिए बार-बार फॉर्म भरने की मजबूरी
ग्राहकों ने यह भी बताया कि यदि किसी काम के लिए फॉर्म जमा करते समय खुद मौजूद रहकर काम नहीं करवाया, तो उसी कार्य के लिए दोबारा फिर से फॉर्म भरकर जमा करना पड़ता है। इससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि लोगों में मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है।
आए दिन हो रहा विवाद
बैंक की लचर कार्यप्रणाली को लेकर ग्राहकों और बैंक स्टाफ के बीच आए दिन तू-तू मैं-मैं की स्थिति बन रही है। कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि अन्य ग्राहकों को भी काम छोड़कर लौटना पड़ता है। इससे बैंक परिसर में अव्यवस्था का माहौल बना रहता है।
नए शाखा प्रबंधक पर उठे सवाल
कुछ जागरूक ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब से नए शाखा प्रबंधक की पदस्थापना हुई है, तब से बैंक की पहले से कमजोर व्यवस्था और अधिक बिगड़ गई है। उनका कहना है कि समयबद्ध कार्य प्रणाली पूरी तरह चरमरा गई है और इसका सीधा असर आम खाता धारकों पर पड़ रहा है।
शाखा प्रबंधक की सफाई
इस पूरे मामले पर जब पंजाब नेशनल बैंक बेतला के शाखा प्रबंधक सन्नी कुमार से बात की गई, तो उन्होंने आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
शाखा प्रबंधक सन्नी कुमार ने कहा: “बैंक में स्टाफ की कमी है, जिस कारण कार्यों के निष्पादन में देरी होती है। इसके अलावा कई बार तकनीकी समस्याओं के कारण भी काम प्रभावित होता है। बैंक अपनी क्षमता के अनुसार हर दिन ग्राहकों का कार्य कर रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि ग्राहकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और व्यवस्था को सुधारने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
ग्राहकों की बढ़ती नाराजगी
हालांकि शाखा प्रबंधन की सफाई के बावजूद ग्राहकों की नाराजगी कम होती नहीं दिख रही है। लोगों का कहना है कि बैंक जैसे सार्वजनिक संस्थान में बिचौलियों की भूमिका और महीनों तक लंबित कार्य गंभीर चिंता का विषय है। यदि जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे उच्च अधिकारियों से शिकायत करने को मजबूर होंगे।
न्यूज़ देखो: जवाबदेही तय होना जरूरी
बेतला स्थित पंजाब नेशनल बैंक में सामने आई समस्याएं सार्वजनिक बैंकों की जमीनी हकीकत को उजागर करती हैं। केवाईसी जैसे जरूरी कार्यों में बिचौलियों की भूमिका और आम ग्राहकों की उपेक्षा प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल खड़े करती है। अब जरूरत है कि बैंक के उच्च अधिकारी मामले का संज्ञान लें और व्यवस्था सुधारें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बैंक सेवा में सुधार की मांग
ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक ही लोगों की आर्थिक रीढ़ होते हैं। ऐसे में लापरवाही और अव्यवस्था आम जनता को हतोत्साहित करती है। खाता धारकों को चाहिए कि वे अपनी समस्याओं को संगठित रूप से उठाएं। इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट करें और बैंकिंग व्यवस्था में पारदर्शिता की आवाज बुलंद करें।





