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ई-वेस्ट अवेयरनेस एंड रिडक्शन वेबिनार में नवोदय परिवार की सक्रिय सहभागिता

#सिमडेगा #शिक्षा_जागरूकता : कोलेबिरा स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित वेबिनार में ऑनलाइन भाग लेकर महत्वपूर्ण संदेश दिया।

विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने सामूहिक रूप से ई-वेस्ट प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित इस वेबिनार में भाग लेकर जिम्मेदार नागरिकता का परिचय दिया। शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित इस ऑनलाइन कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को तकनीकी अपशिष्ट के दुष्प्रभावों और उसके सही निस्तारण के बारे में जागरूक करना था।

वेबिनार में छात्रों की सीख और सहभागिता

इस वेबिनार को विद्यालय परिसर के साथ-साथ कई विद्यार्थियों ने अपने घरों से ऑनलाइन माध्यम से देखा। कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों ने विशेष रूप से इसमें गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने ई-वेस्ट के बढ़ते खतरे, उसके पुनर्चक्रण की प्रक्रिया और पर्यावरण पर इसके प्रभावों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं। कई छात्रों ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि वे अपने दैनिक जीवन में इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम करने के प्रयास करेंगे।

शिक्षकों की भूमिका और प्रेरक संदेश

विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं और विद्यार्थियों को इस वेबिनार में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों में न केवल वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वास्तविक योगदान देने की प्रेरणा भी देते हैं।

संजय कुमार सिन्हा ने कहा: “हमारा लक्ष्य सिर्फ पढ़ाना नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को जिम्मेदार बनाना भी है। ई-वेस्ट का सही प्रबंधन पर्यावरण के भविष्य की रक्षा से जुड़ा हुआ है।”

कार्यक्रम के दौरान विद्यालय में सीखने का उत्साह और जागरूकता का माहौल व्याप्त रहा। शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को तकनीकी उपकरणों के समझदारी से उपयोग और अपशिष्ट को नियंत्रित करने की दिशा में पहल करने के लिए प्रेरित किया।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नवोदय की प्रतिबद्धता

पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा पहले भी पर्यावरण से जुड़ी कई पहलें कर चुका है — जैसे प्लास्टिक-मुक्त परिसर अभियान, पेड़ लगाओ कार्यक्रम और स्वच्छता पखवाड़ा। इस वेबिनार के माध्यम से विद्यालय परिवार ने एक बार फिर अपनी जागरूकता और जिम्मेदारी का परिचय दिया। विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे अपने घरों और समुदाय में ई-वेस्ट के सही निपटान को लेकर जागरूकता फैलाएंगे।

न्यूज़ देखो: जिम्मेदार नागरिकता की ओर कदम

यह खबर दिखाती है कि कैसे ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के विद्यालय भी अब तकनीकी जागरूकता और पर्यावरणीय शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय योगदान दे रहे हैं। कोलेबिरा नवोदय जैसे संस्थान जब इस दिशा में नेतृत्व करते हैं, तो यह पूरे समाज के लिए एक प्रेरक उदाहरण बनता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

शिक्षा से संरक्षण की ओर

ई-वेस्ट का बढ़ता ढेर केवल तकनीकी चुनौती नहीं, बल्कि हमारे भविष्य की परीक्षा भी है। जब बच्चे और शिक्षक मिलकर सीखने और बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो समाज में स्थायी समाधान की राह बनती है।
अब समय है कि हम सब अपने इलेक्ट्रॉनिक कचरे को जिम्मेदारी से संभालें, पुराने उपकरणों का पुनः उपयोग करें और पर्यावरण की रक्षा में भागीदार बनें।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं — क्योंकि बदलाव की शुरुआत शिक्षा से होती है।

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