
#पलामू #बारिश_आपदा : जिला प्रशासन की समीक्षा बैठक में कई निर्देश — राहत और सतर्कता के लिए तय की गई रणनीति
- भारी बारिश के कारण 17 जुलाई को जिले के सभी स्कूल बंद करने का निर्णय लिया गया
- नदी किनारे बसे गांवों के लिए सुरक्षित शरणस्थलों की तैयारी के निर्देश
- शहर में जलजमाव हटाने को मोटर पंप और डेडीकेटेड टीम लगाने के आदेश
- सांप काटने व जलजनित बीमारियों पर जागरूकता के लिए निर्देशित किया गया
- वज्रपात, सर्पदंश व दुर्घटनाओं से मृतकों के परिजनों को दी जाएगी मुआवज़ा राशि
आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक में व्यापक तैयारी के निर्देश
पलामू जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक बुधवार को उपायुक्त समीरा एस की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले में हो रही लगातार बारिश से उत्पन्न हालात की समीक्षा की गई। प्रशासन ने निर्णय लिया कि 17 जुलाई 2025 को जिले के सभी विद्यालय बंद रहेंगे ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
नदी किनारे गांवों को अलर्ट, BDO और CO को निगरानी का आदेश
बारिश के बढ़ते खतरे को देखते हुए उपायुक्त ने सभी अंचलाधिकारी (CO) एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों (BDO) को निर्देश दिया कि वे नदी किनारे बसे गांवों की सतत निगरानी करें। जरूरत पड़ने पर प्रभावित परिवारों को पहले से चिन्हित सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
शहरी इलाकों में जलजमाव हटाने के लिए तत्परता
बैठक में सहायक नगर आयुक्त को निर्देशित किया गया कि शहर के जलजमाव वाले स्थानों पर मोटर पंप से जल निकासी की व्यवस्था हो। इसके लिए डेडीकेटेड टीम तैनात करने को कहा गया ताकि जल निकासी कार्य तेज हो और आम लोगों को राहत मिल सके।
स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने के निर्देश
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए समुचित तैयारी रखी जाए। साथ ही सांप काटने जैसी घटनाओं को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाने को कहा गया, ताकि लोग घरेलू उपचार के बजाय समय पर चिकित्सकीय मदद ले सकें।
एसपी रीष्मा रमेशन ने जानकारी दी: “नदी किनारे लोगों को न जाने देने के लिए पुलिस द्वारा लगातार अनाउंसमेंट किया जा रहा है और वहां पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।”
मृतकों के परिजनों को दी जाएगी सहायता राशि
बैठक में वर्ष 2025-26 में विभिन्न आपदाओं में मारे गए लोगों के परिजनों को सहायता राशि देने पर निर्णय हुआ। आंकड़ों के अनुसार:
- वज्रपात से मृत 9 व्यक्तियों के परिजनों को ₹36 लाख
- वज्रपात से मृत 2 पशुओं के लिए ₹69,500
- नदी में डूबकर मृत 6 लोगों के परिजनों को ₹24 लाख
- सर्पदंश से मृत 6 लोगों के लिए ₹24 लाख
- सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए 41 लोगों के लिए ₹41 लाख की घटनोत्तर स्वीकृति
इन सभी मामलों में संबंधित अंचल अधिकारियों को राशि के उपवंटन की स्वीकृति दी गई।
न्यूज़ देखो: सतर्कता ही है आपदा से सुरक्षा की पहली शर्त
‘न्यूज़ देखो’ मानता है कि प्रशासन की त्वरित निर्णय क्षमता और आपदा पूर्व तैयारी ही मानवीय क्षति को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है। स्कूल बंद करने से लेकर शरणस्थल तैयार करने तक जिला प्रशासन की हर पहल स्वागतयोग्य है, बशर्ते ये केवल कागज़ों पर न रह जाएं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिकता से बचेगी जान-माल की हानि
इस बारिश के मौसम में आपकी सजगता ही आपके परिवार की सुरक्षा है। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, नदी-नालों से दूरी बनाए रखें और जागरूक रहें। यह लेख अपने दोस्तों और गांव-समूहों में साझा करें ताकि समय पर सही जानकारी हर किसी तक पहुंचे।