#सिमडेगा #दुर्गापूजा : जिला प्रशासन ने सुरक्षा, स्वास्थ्य और व्यवस्था को लेकर विस्तृत निर्देश जारी किए
- 22 सितंबर को होगी दुर्गा पूजा की कलश स्थापना, 2 अक्टूबर को अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में रावण दहन।
- 3 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन, शहर में 8 पूजा पंडाल, ग्रामीण क्षेत्र में गरजा और तामड़ा में एक-एक पंडाल।
- डीडीसी दीपांकर चौधरी और एसपी एम. अर्शी ने संयुक्त रूप से बैठक की अध्यक्षता की।
- सभी पंडाल समितियों को सीसीटीवी, फायर सेफ्टी, वॉलिंटियर्स की सूची और अलग प्रवेश-निकास मार्ग सुनिश्चित करने का निर्देश।
- 2 अक्टूबर को शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी, शोभायात्रा का निर्धारित रूट और वीडियोग्राफी अनिवार्य।
सिमडेगा जिले में दुर्गा पूजा 2025 को लेकर जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से तैयारी कर रहा है। बुधवार को हुई शांति समिति की बैठक में सुरक्षा, स्वच्छता, विद्युत व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण जैसे अहम मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त दीपांकर चौधरी और पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने की। इसमें जिले के वरिष्ठ पदाधिकारी, थाना प्रभारी, जनप्रतिनिधि और शांति समिति के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
पूजा पंडालों और कार्यक्रमों की रूपरेखा
बैठक में जानकारी दी गई कि इस वर्ष दुर्गा पूजा की कलश स्थापना 22 सितंबर को होगी। 2 अक्टूबर को दशहरा के अवसर पर रावण दहन कार्यक्रम अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जबकि 3 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन होगा। शहरी क्षेत्र में 8 प्रमुख पूजा पंडाल बनाए जाएंगे और ग्रामीण क्षेत्रों के गरजा एवं तामड़ा में भी प्रतिमाएं स्थापित होंगी।
सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष जोर
एसपी एम. अर्शी ने स्पष्ट कहा कि पर्व को शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने पंडाल समितियों को वॉलिंटियर्स की सूची उनके मोबाइल नंबर और पहचान पत्र सहित अनुमंडल पदाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही प्रशासन और समितियों के बीच त्वरित सूचना आदान-प्रदान हेतु व्हाट्सएप ग्रुप बनाने की बात कही गई।
एसपी एम. अर्शी ने कहा: “2 अक्टूबर को शून्य दुर्घटना दिवस बनाने के लिए सभी लोगों का सहयोग जरूरी है।”
स्वास्थ्य और स्वच्छता की व्यवस्था
डीडीसी ने कहा कि विसर्जन और शोभायात्रा के दौरान चिकित्सकीय सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एंबुलेंस, जीवन रक्षक दवाएं और स्वास्थ्यकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। उन्होंने सिविल सर्जन को जिलेभर में रेस्टोरेंट, फूड स्टॉल और स्ट्रीट वेंडर्स की नियमित जांच का निर्देश दिया ताकि मिलावटी खाद्य पदार्थों पर रोक लग सके।
विद्युत और रोशनी की तैयारी
नगर परिषद को सभी वेपर लाइट और हाई मास्ट लाइट की जांच कर समय रहते मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बल्ब लगाने और प्रमुख पंडालों में पेयजल आपूर्ति के लिए पानी के टैंकर की व्यवस्था भी की जाएगी।
पंडाल समितियों के लिए विशेष निर्देश
प्रशासन ने सभी पंडाल समितियों को सीसीटीवी कैमरे लगाने, प्रवेश और निकास मार्ग अलग रखने, फायर सेफ्टी उपकरणों की व्यवस्था और प्रतिमा की ऊंचाई मानकों के अनुसार रखने का निर्देश दिया। अग्निशमन पदाधिकारी को सभी पंडालों का निरीक्षण करने और मॉक ड्रिल आयोजित करने का आदेश दिया गया।
अफवाह और सोशल मीडिया पर सख्ती
उप विकास आयुक्त ने कहा कि दशहरा पर किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ संदेश फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि संदिग्ध संदेश तुरंत जिला प्रशासन से साझा करें। किसी भी समस्या की स्थिति में 100 या 6207651659 पर कंट्रोल रूम में सूचना दी जा सकती है।
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र, अनुमंडल पदाधिकारी प्रकाश रंजन ज्ञानी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बैजू उरांव, जिला परिषद सदस्य रोज प्रतिमा सोरेन, सांसद प्रतिनिधि सहित अन्य जनप्रतिनिधि और शांति समिति के सदस्य उपस्थित रहे।



न्यूज़ देखो: पर्व में प्रशासनिक तैयारी और सामाजिक सहयोग की अनूठी मिसाल
सिमडेगा में दुर्गा पूजा को लेकर प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर जिस तरह से समन्वय किया जा रहा है, वह अनुकरणीय है। प्रशासन ने सुरक्षा, स्वच्छता और विधि-व्यवस्था पर जो तैयारी की है, उससे यह तय है कि त्योहार शांति और उल्लास के माहौल में संपन्न होगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आस्था और अनुशासन से बनेगी पूजा यादगार
दुर्गा पूजा का पर्व केवल आस्था ही नहीं, बल्कि अनुशासन और सामूहिक सहयोग का प्रतीक भी है। अब समय है कि हम सब मिलकर इस आयोजन को सफल बनाएं और शांति, भाईचारे और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश समाज तक पहुंचाएं। अपनी राय कमेंट करें और खबर को साझा कर अधिक लोगों तक पहुंचाएं।