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संत जेवियर महाविद्यालय महुआडाँड़ में नए सत्र के लिए नामांकन शुरू, 14 जुलाई अंतिम तिथि — कॉलेज को मिला ऑटोनॉमस दर्जा

#महुआडाँड़ #शिक्षा_समाचार – ऑटोनॉमस कॉलेज बनने के बाद महाविद्यालय में मिलेगा त्वरित परिणाम, समय पर परीक्षा और बेहतर शिक्षा

समय पर नामांकन और कक्षाओं की जानकारी

संत जेवियर महाविद्यालय (ऑटोनॉमस), महुआडाँड़ ने शैक्षणिक सत्र 2025–2029 के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी है। कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नामांकन की अंतिम तिथि 14 जुलाई 2025 है, जबकि 16 जुलाई से कक्षाएं आरंभ हो जाएंगी
प्राचार्य एम.के. जोश ने छात्रों से अपील की है कि समय पर दाखिला लेकर इस स्वायत्त संस्थान के सभी लाभों का लाभ उठाएं।

ऑटोनॉमस दर्जा क्या है और इसका क्या लाभ?

कॉलेज को हाल ही में ऑटोनॉमस (स्वायत्त) दर्जा प्राप्त हुआ है। इसका अर्थ है कि अब महाविद्यालय को पाठ्यक्रम निर्माण, परीक्षा आयोजन और परिणाम प्रकाशन जैसे शैक्षणिक निर्णय लेने में स्वतंत्रता प्राप्त हो गई है। हालांकि, डिग्री अब भी संबद्ध विश्वविद्यालय द्वारा ही दी जाएगी

एम.के. जोश, प्राचार्य: “ऑटोनॉमस दर्जा मिलने से संत जेवियर कॉलेज के छात्रों को अब गुणवत्तापूर्ण, समयबद्ध और आधुनिक शिक्षा प्राप्त होगी।”

समयबद्ध परीक्षा और त्वरित परिणाम की सुविधा

स्वायत्त दर्जा मिलने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब कॉलेज स्वयं परीक्षा आयोजित कर सकता है और परिणाम त्वरित रूप से घोषित कर सकता है, जिससे छात्रों को उच्च शिक्षा या नौकरी के लिए किसी तरह की देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

नवीनतम पाठ्यक्रम और रोजगारोन्मुखी शिक्षा

अब कॉलेज को यह स्वतंत्रता है कि वह उद्योग की आवश्यकता और आधुनिक विषयों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम में संशोधन कर सके। इससे छात्रों को समकालीन और व्यावसायिक रूप से उपयोगी ज्ञान प्राप्त होगा

छात्रवृत्ति सुविधा भी उपलब्ध

कॉलेज प्रशासन ने यह भी जानकारी दी है कि ई-कल्याण विभाग द्वारा हर साल पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। यह उन छात्रों के लिए राहत का विषय है जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं लेकिन उच्च शिक्षा के लिए गंभीर हैं।

प्राचार्य एम.के. जोश: “छात्र समय पर नामांकन कर लें, जिससे वे कॉलेज की नई सुविधाओं और छात्रवृत्ति योजनाओं का पूरा लाभ उठा सकें।”

न्यूज़ देखो: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महुआडाँड़ की बड़ी छलांग

संत जेवियर महाविद्यालय का ऑटोनॉमस बनना महुआडाँड़ और लातेहार क्षेत्र के छात्रों के लिए एक ऐतिहासिक और निर्णायक अवसर है। इस फैसले से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय छात्रों को अब रांची या अन्य शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा
न्यूज़ देखो शिक्षा को समाज का आधार मानता है और ऐसे हर सकारात्मक बदलाव का स्वागत करता है जो छात्रों के भविष्य को संवारता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

शिक्षा है भविष्य की कुंजी — जागरूक बनें, अवसर का लाभ उठाएं

सभी छात्र और अभिभावक इस अवसर का लाभ उठाएं और समय पर नामांकन सुनिश्चित करें। यह कदम आपके भविष्य की नींव हो सकता है।
इस खबर को साझा करें, कमेंट में बताएं कि आपको कॉलेज का ऑटोनॉमस बनना कितना फायदेमंद लगा, और उन छात्रों से जरूर शेयर करें जो उच्च शिक्षा के विकल्प खोज रहे हैं।

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