
#सिमडेगा #शिक्षा_प्रवेश : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा में प्री-नर्सरी से दसवीं तक नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ, बीपीएल बच्चों को मिलेगी विशेष सुविधा
- सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा में सत्र 2026-27 के लिए नामांकन शुरू।
- कक्षा अरुण, उदय, प्रभात और प्रथम के लिए विशेष प्रवेश अवसर।
- कक्षा द्वितीय से दशम तक नामांकन फॉर्म उपलब्ध।
- नए विद्यार्थियों हेतु दिसंबर से मार्च तक निःशुल्क कक्षाएँ संचालित होंगी।
- बीपीएल छात्रों के लिए सरकारी नियमानुसार निःशुल्क शिक्षा की सुविधा।
- अभिभावकों से निर्धारित अवधि में नामांकन पूरा करने का आग्रह।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, सलडेगा सिमडेगा में आगामी शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए नामांकन प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है। विद्यालय वनवासी कल्याण केंद्र झारखण्ड की शैक्षिक इकाई श्रीहरि वनवासी विकास समिति झारखण्ड द्वारा संचालित है, जो वर्षों से शिक्षा और संस्कार आधारित शिक्षण पद्धति के लिए जाना जाता है। प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने जानकारी दी कि इस वर्ष छोटे बच्चों के लिए विशेष अवसर प्रदान किया जा रहा है, जिसमें शिशु वाटिका (कक्षा अरुण – Pre-Nursery, उदय – LKG, प्रभात – UKG) और प्रथम (Class 1) में प्रवेश के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
प्री-प्राथमिक से दसवीं तक नामांकन के अवसर
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि कक्षा द्वितीय से लेकर दसवीं तक के लिए नामांकन फॉर्म का वितरण भी शुरू हो चुका है। अभिभावक निर्धारित तिथियों में विद्यालय जाकर फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं और नामांकन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
विशेष तौर पर इस वर्ष विद्यालय ने अहम घोषणा की है कि शिशु वाटिका में नामांकित होने वाले नए बच्चों के लिए दिसंबर से मार्च तक निःशुल्क कक्षाएँ चलाई जाएँगी, ताकि छोटे बच्चे सहज और अनुकूल वातावरण में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर सकें।
आधुनिक सुविधाएँ और संस्कार आधारित शिक्षा
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा अपने अनुशासित वातावरण, संस्कारयुक्त शिक्षा, और आधुनिक सुविधाओं के लिए विख्यात है। विद्यालय में
- खेलकूद
- कंप्यूटर शिक्षा
- योग
- सांस्कृतिक कार्यक्रम
- सहशैक्षणिक गतिविधियाँ
के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है। विद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों के बौद्धिक, शारीरिक और नैतिक विकास को संतुलित ढंग से आगे बढ़ाना है।
बीपीएल छात्रों के लिए विशेष सुविधा
प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि बीपीएल परिवारों के बच्चों के लिए विद्यालय में विशेष प्रावधान किए गए हैं। सरकारी नियमों के अनुसार शिशु वाटिका से लेकर कक्षा अष्टम तक निःशुल्क नामांकन एवं निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। विद्यालय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज के हर वर्ग तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुँच हो और आर्थिक स्थिति किसी बच्चे की शिक्षा में बाधा न बने।
अभिभावकों से अपील
विद्यालय प्रशासन ने सभी अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित समयावधि के भीतर विद्यालय पहुँचकर नामांकन प्रक्रिया पूरी करें। समय पर नामांकन न केवल बच्चों के सुचारू प्रवेश में सहायक होगा, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम भी साबित होगा।



न्यूज़ देखो: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा—ग्रामीण क्षेत्रों तक बढ़ता कदम
सिमडेगा जैसे क्षेत्रों में ऐसे विद्यालय शिक्षा के स्तर को नई दिशा दे रहे हैं। नामांकन प्रक्रिया में दी गई रियायतें और निःशुल्क कक्षाएँ ग्रामीण बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने की मजबूत पहल हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बच्चों की शिक्षा—आपका आज का निर्णय तय करेगा उनका कल
अपने बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को प्राथमिकता दें।
समय पर नामांकन कर उन्हें सर्वश्रेष्ठ शिक्षा से जोड़ें।
शिक्षित समाज ही सशक्त समाज की नींव होता है।
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