#गढ़वा #जनसेवा : नगर परिषद अध्यक्ष पद की भावी प्रत्याशी ने मां वैष्णो देवी से नगर की खुशहाली और विकास की कामना की
- नगर परिषद अध्यक्ष पद की भावी प्रत्याशी विभा प्रकाश ने मां वैष्णो देवी दरबार में माथा टेका।
- उन्होंने गढ़वा की खुशहाली, समृद्धि और विकास के लिए प्रार्थना की।
- विभा प्रकाश ने कहा कि उनकी राजनीति का उद्देश्य जनसेवा सर्वोपरि रखना है।
- उन्होंने जनता से वादा किया कि चुनाव जीतने या हारने से उनका संकल्प नहीं बदलेगा।
- स्थानीय नागरिकों ने उनके संकल्प को जनसेवा की सच्ची निष्ठा बताया।
गढ़वा नगर परिषद अध्यक्ष पद की भावी प्रत्याशी विभा प्रकाश ने मां वैष्णो देवी के दरबार में विशेष पूजा-अर्चना कर नगरवासियों की सुख-समृद्धि और विकास के लिए आशीर्वाद मांगा। इस धार्मिक यात्रा में नगर परिषद क्षेत्र के कई नागरिक भी उनके साथ शामिल हुए। मां के दरबार से लौटने के बाद विभा प्रकाश ने साफ कहा कि उनकी राजनीति सत्ता या पद की महत्वाकांक्षा पर आधारित नहीं है, बल्कि जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना ही उनका संकल्प है।
विभा प्रकाश का भावुक संकल्प
दरबार से लौटते समय विभा प्रकाश ने अपने भावुक शब्दों में कहा कि उनका मकसद जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है।
विभा प्रकाश ने कहा: “मैं माता रानी के दरबार में नगर वासियों के लिए आई हूँ। मेरी प्रार्थना है कि गढ़वा वासियों की इच्छाएँ पूरी हों और मैं उनकी उम्मीदों पर खरी उतर सकूँ। जो लोग मुझसे आशा रखते हैं और मेरा साथ देना चाहते हैं—मैं उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ही राजनीति में हूँ।”
उनका यह बयान गढ़वा की स्थानीय राजनीति में नई उम्मीद जगाने वाला माना जा रहा है।
जनता के सवाल और सीधा जवाब
मौके पर मौजूद कुछ नागरिकों ने उनसे सवाल किया कि क्या वह जीतने के बाद बदल जाएँगी? इस पर उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि चाहे चुनाव जीतें या हारें, उनका मकसद हमेशा जनता की सेवा करना ही रहेगा।
विभा प्रकाश ने कहा: “चाहे मैं चुनाव जीतूँ या न जीतूँ, मैंने भगवान से कसम खाई है कि मैं जो भी करूँगी, जनता के लिए करूँगी। नगर के हर छोटे-बड़े भाई-बहन की समस्या को हल करने का पूरा प्रयास करूँगी।”
इस बयान ने उपस्थित नागरिकों के बीच विश्वास और उम्मीद को और मजबूत किया।
समर्थकों का विश्वास और जनता की प्रतिक्रिया
विभा प्रकाश के समर्थकों ने उनके इस संकल्प को राजनीति में बदलाव का प्रतीक बताया। उनका मानना है कि विभा प्रकाश की राजनीति सत्ता के लिए नहीं, बल्कि नगर के विकास और जनता की सेवा के लिए है। स्थानीय नागरिक भी इस भावुक बयान को गंभीरता से ले रहे हैं और इसे नगर परिषद की राजनीति में एक नई दिशा की शुरुआत मान रहे हैं।
गढ़वा में अब विभा प्रकाश की यह प्रतिज्ञा चर्चा का विषय बन गई है। जनता को भरोसा है कि उनकी ईमानदारी और संकल्प नगर परिषद के भविष्य को नई राह देंगे।

न्यूज़ देखो: राजनीति में सेवा का संकल्प
गढ़वा में मां वैष्णो देवी के दरबार से लौटकर विभा प्रकाश का भावनात्मक बयान बताता है कि राजनीति में जनता की सेवा ही सर्वोच्च है। जब एक प्रत्याशी सत्ता की बजाय सेवा को प्राथमिकता देता है, तो यह लोकतंत्र और समाज दोनों के लिए प्रेरणादायक है। गढ़वा नगर की जनता को अब उम्मीद है कि उनकी नीतियाँ और संकल्प नगर परिषद की दिशा बदल सकते हैं।
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जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का समय
गढ़वा नगर की राजनीति में विभा प्रकाश का संकल्प केवल बयान नहीं बल्कि जिम्मेदारी का संदेश है। अब जरूरत है कि जनता भी सजग रहकर अपने प्रतिनिधियों से सवाल पूछे और जनहित की राजनीति को मजबूत करे। विभा प्रकाश ने जो प्रतिज्ञा ली है, वह सभी जनप्रतिनिधियों के लिए एक सीख हो सकती है। अब समय है कि हम भी इस बदलाव की आवाज को फैलाएँ। अपनी राय कमेंट करें और खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि गढ़वा नगर की सकारात्मक राजनीति को हर कोई जान सके।