गढ़वा में विकसित कृषि संकल्प अभियान तेजी पर, 42 गांवों में अबतक पहुंची टीम

#गढ़वा #विकसितकृषिसंकल्प — आत्मा गढ़वा और कृषि विज्ञान केंद्र की संयुक्त पहल, किसानों को उन्नत तकनीकों की दी जा रही जानकारी

वैज्ञानिकों की अगुवाई में किसानों को मिल रहा आधुनिक जानकारी का लाभ

कृषि मंत्रालय भारत सरकार, कृषि विभाग एवं आत्मा गढ़वा के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र, गढ़वा द्वारा चलाए जा रहे विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को उन्नत तकनीकों से परिचित कराया जा रहा है। अभियान के सातवें दिन तक कुल 42 गांवों में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है, जिसमें मेराल प्रखंड के अटोला, खोलरा और खजुरी गांव भी शामिल हैं।

टीम-I: वैज्ञानिक पशुपालन की देखरेख में मेराल में आयोजन

टीम-1 का नेतृत्व कर रहीं वैज्ञानिक पशुपालन डॉ. सुषमा ललिता बाखला के साथ कार्यक्रम में डॉ. अभिलाषा मिंज, नवलेश कुमार, चंदन कुमार, बीटीएम प्रवीण कुमार मिश्रा, तथा प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामनाथ चौधरी की सक्रिय भागीदारी रही। टीम ने खरीफ फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक, मिट्टी परीक्षण, फल और सब्जियों की वैज्ञानिक खेती, तथा किट प्रबंधन के साथ सरकारी योजनाओं की जानकारी भी किसानों को दी।

डॉ. सुषमा ललिता बाखला ने कहा: “गांव-गांव जाकर किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती की जानकारी देना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।”

टीम-II: दूसरी टीम ने किया व्यापक क्षेत्र में संपर्क

टीम-2 का नेतृत्व विंध्याचल राम ने किया। उनके साथ डॉ. रोहित कुमार सिंह (वैज्ञानिक, उद्यान), अमित बैठा, राकेश रोशन, बृजभूषण पांडे, शशिकांत शर्मा (एटीएम) और प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्रवीण दुबे भी उपस्थित रहे। टीम ने किसानों से सीधे संवाद कर उनके प्रश्नों का उत्तर दिया और उन्हें सरकारी सहायता योजनाओं से जोड़ने की जानकारी दी।

जागरूकता और संवाद से मजबूत हो रहा कृषक समुदाय

दोनों टीमों द्वारा गांवों में प्रश्न-उत्तर कार्यक्रम भी चलाया गया, जिसमें किसानों ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं। वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने उनके सवालों का सरल और व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत कर किसानों में उत्साह और विश्वास का संचार किया।

न्यूज़ देखो: वैज्ञानिक खेती से समृद्धि की ओर कदम

गढ़वा जिले में चल रहा विकसित कृषि संकल्प अभियान यह दर्शाता है कि सरकारी योजनाएं जब जमीन से जुड़ती हैं तो किसानों के जीवन में बदलाव संभव है। वैज्ञानिक खेती, समुचित प्रशिक्षण, और सरकार द्वारा दी जा रही तकनीकी सहायता से कृषकों का आत्मविश्वास और उत्पादन क्षमता दोनों बढ़ रही है
न्यूज़ देखो हमेशा ऐसे प्रयासों को प्रमुखता देता है जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करें और किसानों को जानकारी से सशक्त बनाएं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

खेती में नवाचार ही भविष्य की कुंजी

खेती अब सिर्फ परंपरा नहीं, विज्ञान और तकनीक आधारित व्यवसाय बन रही है। जरूरत है कि किसान समय के साथ बदलें, वैज्ञानिक सुझाव अपनाएं और सरकार की योजनाओं का लाभ लें। आइए, हम सभी मिलकर गढ़वा को एक कृषि समृद्ध जिला बनाएं।

Exit mobile version