
#हुसैनाबाद #ओबीसी_आरक्षण : आजसू नेताओं ने कहा हेमन्त सरकार ओबीसी समाज को ठग रही है जल्द बढ़ाया जाए आरक्षण कोटा नहीं तो होगा आंदोलन
- हुसैनाबाद में आजसू नेताओं ने ओबीसी आरक्षण कोटा 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने की मांग की।
- केंद्रीय सदस्य मंजीत मेहता, जिला उपाध्यक्ष कमलेश मेहता और जिला सचिव रोहित महतो ने संयुक्त प्रेसवार्ता की।
- नेताओं ने कहा कि हेमन्त सरकार ओबीसी समाज को ठगने का काम कर रही है।
- सरकार की नीतियों को बताया दिशा हीन, कहा – राज्य के मूलवासी और आदिवासी आपस में लड़ रहे हैं।
- चेतावनी दी कि अगर सरकार ने मांग नहीं मानी तो सड़क से सदन तक आंदोलन होगा।
हुसैनाबाद में आयोजित एक प्रेसवार्ता में आजसू पार्टी के नेताओं ने झारखंड सरकार पर तीखा हमला बोला। नेताओं ने कहा कि राज्य में ओबीसी आरक्षण को लेकर सरकार का रवैया भेदभावपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर जल्द ही आरक्षण सीमा 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत नहीं की गई, तो पार्टी व्यापक आंदोलन की राह पकड़ेगी।
प्रेसवार्ता में आजसू नेताओं का हमला
हुसैनाबाद में आयोजित इस प्रेसवार्ता में आजसू पार्टी के केंद्रीय सदस्य मंजीत मेहता, जिला उपाध्यक्ष कमलेश मेहता, और जिला सचिव रोहित महतो मौजूद रहे।
केंद्रीय सदस्य मंजीत मेहता ने कहा कि हेमन्त सरकार झारखंड के बहुसंख्यक ओबीसी समाज के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि जो सरकार सामाजिक न्याय की बात करती है, वही समाज के सबसे बड़े वर्ग को अधिकारों से वंचित कर रही है।
मंजीत मेहता ने कहा: “हेमन्त सरकार ओबीसी समाज को ठगने का काम कर रही है। राज्य के बहुसंख्यक समाज को जानबूझकर हाशिये पर धकेला जा रहा है।”
आरक्षण बढ़ाने की रखी गई ठोस मांग
जिला उपाध्यक्ष कमलेश मेहता ने कहा कि ओबीसी आरक्षण को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर कम से कम 27 प्रतिशत किया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मांग को नजरअंदाज किया तो आजसू पार्टी उग्र आंदोलन करेगी।
कमलेश मेहता ने कहा: “हम सरकार से मांग करते हैं कि ओबीसी आरक्षण तुरंत 27 प्रतिशत किया जाए, अन्यथा आजसू सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।”
सरकार पर पक्षपात का आरोप
जिला सचिव रोहित महतो ने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार पूरी तरह से दिशा हीन हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मूलवासी और आदिवासी समुदायों को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रही है, जबकि खुद विकास और समानता की बातों से दूर है। उन्होंने कहा कि झारखंड के हज़ारों आंदोलनकारियों के बलिदान से मिली इस सत्ता का उपयोग आज सरकार सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ के लिए कर रही है।
रोहित महतो ने कहा: “यह सरकार मूकदर्शक बन गई है। राज्य में सामाजिक एकता खतरे में है और सरकार सत्ता की मलाई चाटने में व्यस्त है।”
राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी
आजसू नेताओं ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ हुसैनाबाद या पलामू प्रमंडल तक सीमित नहीं रहेगा। जल्द ही पूरे झारखंड में ओबीसी आरक्षण बढ़ाने को लेकर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। पार्टी नेतृत्व ने संकेत दिया है कि आगामी विधानसभा सत्र में भी इस मुद्दे को मजबूती से उठाया जाएगा।
नेताओं ने यह भी कहा कि ओबीसी समाज को उसका अधिकार दिलाने के लिए संगठन गांव-गांव जाकर जनता को जागरूक करेगा।
न्यूज़ देखो: आरक्षण के सवाल पर सियासी टकराव तेज
ओबीसी आरक्षण को लेकर झारखंड की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है। जहां विपक्षी दल इसे बहुसंख्यक समाज के अधिकारों से जुड़ा मुद्दा बता रहे हैं, वहीं सरकार अब तक इस पर स्पष्ट रुख नहीं अपना पाई है। आजसू पार्टी का यह आक्रामक रुख आने वाले दिनों में राज्य की सियासत में नई हलचल पैदा कर सकता है।
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सामाजिक न्याय की दिशा में निर्णायक संघर्ष
झारखंड में समान अवसर और सामाजिक न्याय की लड़ाई लगातार जारी है। ऐसे में हर नागरिक का दायित्व है कि वह अपने अधिकारों के प्रति सजग रहे और निष्पक्ष आरक्षण नीति की मांग को समर्थन दे। अब समय है कि समाज एकजुट होकर न्याय की आवाज़ बुलंद करे। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और जागरूकता फैलाने में योगदान दें।