
#श्रीबंशीधरनगर #सड़क_दुर्घटना : 22 वर्षीय आकाश चौबे की रांची रिम्स में इलाज के दौरान मौत—धमनी पुल मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार, गांव में छाया शोक
- तुलसीदामर घाटी के पास 8 जुलाई को हुए हादसे में घायल आकाश चौबे ने रिम्स में तोड़ा दम
- एक ही बाइक पर सवार तीन युवकों की पोल से टकरा कर हुई थी दुर्घटना
- गंभीर रूप से घायल आकाश को रिम्स, अन्य दो को पलामू किया गया था रेफर
- अहीपुरवा गांव में शव पहुंचते ही मचा कोहराम, पिता प्रेम चौबे ने दी मुखाग्नि
- भाजयुमो मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने की आर्थिक सहायता की मांग
हादसे में घायल आकाश ने रांची रिम्स में तोड़ा दम
श्री बंशीधर नगर थाना क्षेत्र के तुलसीदामर घाटी के पास 8 जुलाई को हुए भीषण सड़क हादसे में घायल अहीपुरवा गांव निवासी 22 वर्षीय आकाश चौबे उर्फ संजू की गुरुवार देर शाम रांची के रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। आकाश प्रेम चौबे का पुत्र था। घटना के बाद उसके गांव अहीपुरवा में मातम पसरा हुआ है।
कैसे हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार आकाश चौबे, अभिषेक कुमार और विक्की कुमार एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर भवनाथपुर की ओर से श्री बंशीधर नगर लौट रहे थे। तुलसीदामर घाटी के पास उनकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे एक पोल से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों की मदद से सभी को अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां से स्थिति गंभीर होने के कारण गढ़वा सदर अस्पताल रेफर किया गया। वहां से भी हालत में सुधार नहीं होने पर आकाश को रिम्स रांची और अन्य दो को पलामू भेजा गया।
गांव में पसरा मातम, परिवार हुआ बेसहारा
गुरुवार देर शाम रिम्स में आकाश की मौत हो गई। शुक्रवार शाम जब उसका शव गांव पहुंचा तो पूरा अहीपुरवा गांव शोक में डूब गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। धमनी पुल स्थित बाकी नदी के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया, जहां पिता प्रेम चौबे ने मुखाग्नि दी।
स्थानीय लोगों ने बताया: “आकाश बेहद मेहनती और जिम्मेदार युवक था। टेंपो चलाकर परिवार का पेट पालता था और कुछ दिन पहले ही रोजगार के लिए छत्तीसगढ़ गया था।”
नेताओं और ग्रामीणों ने जताया शोक, सहायता की मांग
शोक व्यक्त करने पहुंचे लोगों में सांसद प्रतिनिधि मुकेश चौबे, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह उर्फ सोनू, सतेंद्र तिवारी, प्रमोद चौबे, मंटू चौबे, मनोज चौबे, संतोष सिंह, अंकित सिंह, सूरज कुमार समेत कई ग्रामीण शामिल रहे।
विक्रांत सिंह उर्फ सोनू ने कहा: “आकाश न केवल परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था, बल्कि वह मेहनती और सरल स्वभाव का भी था। इस घटना से पूरा क्षेत्र दुखी है। हम सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को शीघ्र आर्थिक सहायता दी जाए।”
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा और सरकारी सहायता दोनों की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रयास की आवश्यकता है। इसके साथ ही, जब घर का एकमात्र कमाने वाला सदस्य असमय चला जाए, तो सरकार को बिना देरी के मुआवजा और राहत पहुंचाना चाहिए। ‘न्यूज़ देखो’ यह मांग करता है कि पीड़ित परिवार की स्थिति का संज्ञान लेकर तत्काल मदद सुनिश्चित की जाए।
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एकजुट समाज ही दुख में बनता सहारा
जब कोई युवा इस तरह असमय चला जाता है, तो पूरा समाज उसका परिवार बन जाता है। आकाश जैसे मेहनती युवाओं की स्मृति में सड़क सुरक्षा और सहायता व्यवस्था को मजबूत करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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