
#गिरिडीह #गायत्रीपरिवार : महाप्रयाण दिवस पर श्रद्धालुओं ने अखंड जप और सामूहिक गायत्री महायज्ञ कर मां भगवती देवी शर्मा को दी श्रद्धांजलि
- अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से जिलेभर में माता भगवती देवी शर्मा के महाप्रयाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित।
- गायत्री शक्तिपीठ गिरिडीह और ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 7 से 11 बजे के बीच एक घंटे का अखंड जप और सामूहिक महायज्ञ सम्पन्न।
- श्रद्धालुओं ने स्वस्थ, सुखी और उज्जवल जीवन की कामना करते हुए सामूहिक प्रार्थना की।
- ग्राम लेदा और ग्राम गुरहा में साप्ताहिक गायत्री महायज्ञ, सामूहिक जप और मंत्र लेखन अभियान की शुरुआत।
- कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेश कुमार राम, भवानी प्रसाद वर्मा, किशोरी शर्मा, राम प्रसाद नायक, संजय चौरसिया सहित सैकड़ों भाई-बहनों ने योगदान दिया।
गिरिडीह। रविवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार के बैनर तले जिलेभर में माता भगवती देवी शर्मा के महाप्रयाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ गिरिडीह और ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालुओं ने सुबह 7 से 11 बजे के बीच एक घंटे का अखंड जप और सामूहिक गायत्री महायज्ञ सम्पन्न किया। सभी श्रद्धालुओं ने स्वस्थ, सुखी और उज्जवल जीवन की कामना करते हुए प्रार्थना की।
माता भगवती देवी शर्मा का जीवन और योगदान
गायत्री परिवार के प्रमुख कामेश्वर सिंह ने बताया कि माता भगवती देवी शर्मा का महाप्रयाण वर्ष 1994 में भाद्रपद पूर्णिमा को हुआ था। उन्होंने पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के महाप्रयाण के बाद चार वर्षों तक मिशन का नेतृत्व किया और देश-विदेश में अश्वमेध महायज्ञ का आयोजन किया। इसके अलावा उन्होंने नारी जागरण अभियान की शुरुआत की और महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। महिला मंडलों को महायज्ञ संचालन का अधिकार देकर उन्होंने लाखों महिलाओं को नियमित गायत्री उपासना में सक्रिय किया।
कार्यक्रम और ग्रामीण भागीदारी
इस अवसर पर ग्राम लेदा और ग्राम गुरहा में भी साप्ताहिक गायत्री महायज्ञ, सामूहिक जप और मंत्र लेखन अभियान की शुरुआत की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेश कुमार राम, भवानी प्रसाद वर्मा, किशोरी शर्मा, राम प्रसाद नायक, संजय चौरसिया, काशी प्रसाद, बुधन चंद यादव, किशुन महतो, शिवप्रसाद राम, विशेश्वर साव, मनोज शर्मा, अनिल कुमार साव, बलराम विश्वकर्मा, रेखा देवी, संगीता साव, सरिता साव, माधुरी गुप्ता, स्नेहलता देवी, पूनम गुप्ता और पूनम देवी सहित सैकड़ों भाई-बहनों ने सक्रिय योगदान दिया।

न्यूज़ देखो: श्रद्धा और समाज सेवा का सामूहिक उदाहरण
इस आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम समाज में जागरूकता और सामूहिक सहयोग को बढ़ावा देते हैं। श्रद्धालुओं की भागीदारी ने स्थानीय स्तर पर धर्म, अनुशासन और सामाजिक मेलजोल की भावना को मजबूत किया।
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सामूहिक श्रद्धा और सकारात्मक ऊर्जा
समाज में ऐसे आयोजनों से सामूहिक चेतना और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ती है। अपनी राय साझा करें, खबर को दोस्तों तक पहुँचाएँ और इस पहल में भागीदारी को बढ़ावा दें।