अक्षय तृतीया पर गढ़वा के धर्मगुरुओं ने लिया बाल विवाह रोकने का संकल्प, चर्च परिसर में हुआ जागरूकता कार्यक्रम

#गढ़वा #बालविवाह_जागरूकता — बड़गड़ प्रखंड के बाड़ी खजूरी चर्च में आयोजित कार्यक्रम में सभी समुदायों के धर्मगुरुओं ने निभाई सामाजिक भूमिका

एक साथ जुटे धर्मगुरु, बाल विवाह के खिलाफ लिया सामूहिक संकल्प

गढ़वा जिला के बड़गड़ प्रखंड अंतर्गत बाड़ी खजूरी चर्च प्रांगण में अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह की रोकथाम को लेकर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सामाजिक सुरक्षा विभाग सह जिला बाल संरक्षण इकाई गढ़वा के निर्देश पर आयोजित हुआ, जिसकी अगुवाई जिला कार्यक्रम समन्वयक एल.जी.एस.एस. गढ़वा ने की।

इस कार्यक्रम में सभी समुदायों के धर्मगुरुओं ने शामिल होकर समाज को बाल विवाह जैसी कुरीति से बचाने का आह्वान किया। सभी ने शपथ ली कि वे न सिर्फ खुद बाल विवाह से दूर रहेंगे, बल्कि समाज में इसके खिलाफ जागरूकता भी फैलाएंगे

“हम सब मिलकर बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने का प्रयास करेंगे और समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए जागरूक रहेंगे,”
फादर रेजी

गढ़वा में बाल विवाह रोकने को धर्मगुरुओं की पहल | अक्षय तृतीया पर सामूहिक जागरूकता कार्यक्रम

सभी समुदायों का प्रतिनिधित्व, समाज में एकता का संदेश

कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें फादर जोजप्पा, पास्टर येसुदास लकड़ा, मौलाना तौसिफ अंसारी, समीउल्लाह अंसारी, इकबाल अंसारी, पंडित गोपाल तिवारी जैसे धार्मिक नेता शामिल रहे। सभी ने बाल विवाह के दुष्परिणामों को रेखांकित करते हुए समाज को इस कुप्रथा से मुक्त करने की जिम्मेदारी ली

मुखिया जंगलपती लकड़ा, परसुराम सिंह, अर्जुन मिंज, सी.एस.डब्लू. रेखा कुजूर, पूर्णिमा कच्छप, चंचला देवी समेत कई स्थानीय हितधारकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।

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