
#सिमडेगा #शिक्षाजागरूकता : एलिस शैक्षणिक संस्थान में कमजोर बच्चों को पढ़ाई में रुचि और आत्मविश्वास बढ़ाने हेतु विशेष प्रशिक्षण आयोजित
- एलिस शैक्षणिक संस्थान, बानो प्रखंड में कमजोर बच्चों को पढ़ाई में सुधार और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान आयोजित किया गया।
- अभियान का नेतृत्व संस्थान निदेशक बिमल कुमार ने किया और बच्चों को पढ़ाई के लिए विभिन्न रचनात्मक और मजेदार तरीके सुझाए।
- बच्चों में पढ़ाई की रुचि बढ़ाने और आत्मसम्मान कायम रखने के लिए खेल, कहानी और चित्रों का उपयोग करने पर जोर दिया गया।
- बच्चों को स्वयं नोट्स बनाने, प्रश्नोत्तर तैयार करने और जोर-जोर से पढ़ाई करने के टिप्स दिए गए।
- इस अवसर पर संस्थान के काउंसलर सुष्मिता सिंह, उपदेशक दीपिका कुमारी और शिक्षक सोनू कुमार सिंह, विकास सिंह सहित कई छात्र उपस्थित थे।
बानो प्रखंड स्थित एलिस शैक्षणिक संस्थान में निदेशक बिमल कुमार के नेतृत्व में कमजोर बच्चों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र का उद्देश्य बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ाना था। निदेशक ने बताया कि कई बार कमजोर बच्चे खुद को बाकी बच्चों से कम समझने लगते हैं और पढ़ाई में उनका मन लगना कम हो जाता है। इस मानसिक स्थिति को सुधारने के लिए शिक्षक और अभिभावक मिलकर बच्चों को सही दिशा में मार्गदर्शन दें।
बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने के उपाय
निदेशक बिमल कुमार ने बच्चों को पढ़ाई में सुधार के लिए कई तरीके बताए। उन्होंने कहा कि बच्चों को मजेदार और इंटरैक्टिव तरीकों से पढ़ाना चाहिए। खेल, कहानी और चित्रों के माध्यम से बच्चे विषयों को आसानी से समझ पाते हैं। उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि बच्चों को नीचा दिखाने की बजाय धीरे-धीरे प्रोत्साहित करना चाहिए, जिससे उनका आत्मसम्मान बढ़े और वे अपने सवालों और चिंताओं को शिक्षक के साथ साझा करें।
अध्ययन तकनीक और नोट्स तैयार करना
काउंसलर सुष्मिता सिंह ने बच्चों को प्रभावी अध्ययन तकनीक सिखाई। उन्होंने बताया कि:
- बच्चे अपने नोट्स स्वयं बनाएं और स्वयं प्रश्न उत्तर तैयार करें।
- किसी भी विषय को पढ़ने के बाद पुनः पढ़ें ताकि सामग्री लंबे समय तक याद रहे।
- पढ़ाई करते समय जोर-जोर से पढ़ें, इससे शब्द उच्चारण स्पष्ट होते हैं और याददाश्त मजबूत होती है।
- प्रश्नोत्तर का शॉर्ट नोट्स बनाएं, ताकि किसी भी टॉपिक को आसान तरीके से समझा जा सके।
बच्चों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उपस्थित शिक्षक और काउंसलर ने बच्चों की मदद के लिए व्यक्तिगत सुझाव दिए। संस्थान निदेशक बिमल कुमार, उपदेशक दीपिका कुमारी, काउंसलर सुष्मिता सिंह, शिक्षक सोनू कुमार सिंह, विकास सिंह, नित्या सोनी, वाणी कुमारी, मुस्कान, आकांक्षा, अन्याय रवि और रेयान सहित अन्य बच्चे इस सत्र में शामिल हुए।

न्यूज़ देखो: शिक्षा में जागरूकता और आत्मविश्वास का संगम
एलिस शैक्षणिक संस्थान का यह अभियान बच्चों में अध्ययन के प्रति जागरूकता बढ़ाने और आत्मविश्वास सिखाने का महत्वपूर्ण उदाहरण है। इस तरह के कार्यक्रम कमजोर बच्चों के लिए शिक्षा के वास्तविक महत्व को उजागर करते हैं और उन्हें सफलता के मार्ग पर प्रेरित करते हैं।
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शिक्षा से सशक्त बनें और आत्मविश्वास बढ़ाएँ
शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों को आत्मविश्वासी और समाज के लिए जिम्मेदार बनाती है। ऐसे अभियान बच्चों में रुचि, आत्मसम्मान और सीखने की क्षमता बढ़ाते हैं। आप भी इस पहल का समर्थन करें, अपनी राय साझा करें और इसे दोस्तों के साथ शेयर करके शिक्षा के महत्व को फैलाएँ।




