
#सिमडेगा #फुटबॉलप्रतियोगिता : जोरपोंडा में तीसरे वर्ष आयोजित टूर्नामेंट में झारखंड और उड़ीसा की टीमों ने खेला शानदार मैच
- अखिल भारतीय भुईंया समाज खेल समिति जोरपोंडा के बैनर तले वार्षिक फुटबॉल प्रतियोगिता आयोजित।
- तीसरे वर्ष लगातार आयोजन, झारखंड और उड़ीसा की टीमों की उत्साही भागीदारी।
- 16 लड़कों की टीमें और 4 लड़कियों की टीमें मैदान में उतरीं।
- बेड़ाकेतुंगा FC (पश्चिम सिंहभूम) ने लड़कों और लड़कियों दोनों वर्गों में जीता खिताब।
- मुख्य अतिथि अजीत कुंडलना ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत कर समाज में खेल की भूमिका पर प्रकाश डाला।
सिमडेगा जिले के बानो प्रखंड अंतर्गत जोरपोंडा (बॉन्डोटोली) में अखिल भारतीय भुईंया समाज द्वारा आयोजित वार्षिक फुटबॉल प्रतियोगिता संपन्न हुई। यह आयोजन लगातार तीसरे वर्ष सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जिसमें झारखंड और उड़ीसा की टीमों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का दिल जीता। इस अवसर पर समाज के कई पदाधिकारी, राजनैतिक प्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे।
आयोजन का महत्व और समाज की भूमिका
अखिल भारतीय भुईंया समाज खेल समिति जोरपोंडा (बॉन्डोटोली) ने इस बार भी अपने सामाजिक और खेल भावना को कायम रखते हुए प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता ने न केवल खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया बल्कि समाज में एकता और भाईचारे की भावना को भी मजबूत किया।
उद्घाटन और मुख्य अतिथि की उपस्थिति
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उद्घाटन और समापन अवसर पर स्थानीय नेताओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। फाइनल मुकाबले का उद्घाटन कांग्रेस बानो प्रखंड अध्यक्ष सह सांसद प्रतिनिधि अजीत कुंडलना ने किया। उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा:
अजीत कुंडलना ने कहा: “समाज में खेल केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि अनुशासन, स्वास्थ्य और भाईचारे को बढ़ावा देने का सबसे सशक्त साधन है।”
इससे पूर्व सेमीफाइनल मैच का उद्घाटन झामुमो बानो प्रखंड अध्यक्ष अनिल लुगुन ने किया। उन्होंने तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया का संदेश खिलाड़ियों और दर्शकों तक पहुँचाया।
विजेता और उपविजेता टीमों का प्रदर्शन
प्रतियोगिता में लड़कों की कुल 16 टीमों और लड़कियों की 4 टीमों ने भाग लिया। रोमांचक मुकाबलों के बाद फाइनल में लड़कों के वर्ग में बेड़ाकेतुंगा FC (पश्चिम सिंहभूम) विजेता रही, जबकि अजय जोरपोंडा की टीम उपविजेता बनी।
लड़कियों के वर्ग में भी बेड़ाकेतुंगा टीम ने खिताब अपने नाम किया और बॉन्डोटोली FC उपविजेता रही।
सम्मान समारोह और योगदान
इस अवसर पर अतिथियों ने विजेता और उपविजेता टीमों को ट्रॉफी व पुरस्कार प्रदान किए। माननीय सांसद महोदय के नाम से दोनों मंडल अध्यक्ष जिदन जोजो और समसेर अंसारी ने फुटबॉल समर्पित किया। वहीं ओबीसी मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष सहदेव कोटवार ने सहयोग राशि प्रदान कर आयोजन को समर्थन दिया।
कार्यक्रम में प्रखंड महासचिव सबन डांग, गेनमेर पंचायत महासचिव सोमा कन्डुलना, कांग्रेस पदाधिकारी आलोक बारला, लोरेंस बागे, सोमा पहान, नमजन जोजो और कामिल डांग सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
आयोजन समिति और व्यवस्था
प्रतियोगिता को सफल बनाने में समाज की पूरी समिति और स्थानीय सदस्य सक्रिय रहे।
- अध्यक्ष शंकर पाइक
- सचिव शिशिरचंद नायक
- कोषाध्यक्ष दीपक नायक
- मंच संचालन दिनेश नायक
- अंपायर बालमुकुंद नायक, किशोर भेंगरा और लक्ष्मण नायक
आयोजन में सहयोग करने वालों में सुलेंद्र नायक, सतनारायण पाइक, कविंद्र, देवेंद्र, राम प्रसाद, सुनीत, देवानंद, जीतभान सहित कई सदस्य शामिल रहे।
खेल से समाजिक एकता का संदेश
इस प्रतियोगिता ने यह साबित किया कि खेल केवल जीत या हार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में भाईचारा, अनुशासन और आपसी सहयोग का भी प्रतीक है। समाज के अध्यक्ष सत्यनारायण कोटवार और पूरी समिति की भूमिका इस आयोजन को विशेष बनाने में अहम रही।

न्यूज़ देखो: खेल और समाज का साझा उत्सव
भुईंया समाज द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता बताती है कि खेल किस तरह समाज में सकारात्मक ऊर्जा और एकजुटता ला सकता है। इस आयोजन ने साबित किया कि सामाजिक संगठनों की पहल से न केवल खिलाड़ियों को मंच मिलता है बल्कि ग्रामीण स्तर पर भी भाईचारे और सहयोग की भावना पनपती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल से सामाजिक बदलाव की ओर
यह आयोजन हमें सिखाता है कि खेल केवल मैदान पर ही नहीं, बल्कि समाज की बुनियाद मजबूत करने का भी जरिया है। ग्रामीण इलाकों में इस तरह की पहल युवाओं को प्रोत्साहित करती है और भविष्य की राह दिखाती है। अब समय है कि हम सब खेल और शिक्षा दोनों को समाज की प्रगति का आधार बनाएं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें और समाज में खेल व एकता का संदेश फैलाएं।