ऑल राइट्स ड्राइवर मजदूर महासंघ ने थाना प्रभारी को किया सम्मानित, चालक सुरक्षा और अनुशासन पर दिया जोर

#श्रीबंशीधरनगर – ट्रैफिक नियम पालन, नशामुक्त ड्राइविंग और चालक कल्याण पर संगठन का सख्त रुख

संगठन ने प्रस्तुत की चालक हितों की मांग

श्री बंशीधर नगर, गढ़वा।
ऑल राइट्स ड्राइवर मजदूर महासंघ की ओर से शनिवार को थाना प्रभारी आदित्य कुमार नायक को सम्मानित किया गया।
राज्य कमेटी सदस्य संजय बैठा के नेतृत्व में थाना पहुंचकर प्रतिनिधियों ने अंगवस्त्र, डायरी और कलम भेंट कर थाना प्रभारी को चालक समाज की ओर से सम्मान प्रदान किया।

इस दौरान संगठन ने चालकों की समस्याओं और संगठन की प्राथमिकताओं को थाना प्रभारी के समक्ष विस्तार से रखा।
थाना प्रभारी ने कहा कि –

“चालक संघ की मांगें जायज़ हैं। यदि संगठन ट्रैफिक नियमों का पालन कराते हुए खुद निगरानी करेगा तो यह पुलिस प्रशासन के लिए भी सराहनीय सहयोग होगा।”

अनुशासन और ज़िम्मेदारी से संगठन करेगा पहचान

राज्य कमेटी सदस्य संजय बैठा ने कहा कि महासंघ हर चालक को वर्दी में रखेगा, लाइसेंस और गाड़ी के कागज़ अनिवार्य होंगे।
नशे की हालत में ड्राइविंग करने वाले चालकों पर तीन महीने के लिए संगठन खुद कार्रवाई करेगा और उनका लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा।

जिला मीडिया प्रभारी रेयाजुद्दीन अंसारी ने कहा कि

“अगर किसी चालक के साथ हादसा होता है तो संगठन तुरंत मदद करेगा, लेकिन चालक को ट्रैफिक नियमों का पूरा पालन करना होगा।”

नियम तोड़ने वाले सदस्यों के खिलाफ संगठन खुद ही कड़ा कदम उठाएगा।
यह भी स्पष्ट किया गया कि लाइसेंस और कागजात की कमी वाले चालकों को संगठन समर्थन नहीं देगा।

बड़ी संख्या में जुटे चालक संघ के सदस्य

इस कार्यक्रम में संगठन की सक्रिय उपस्थिति रही।
जिला मीडिया प्रभारी रेयाजुद्दीन अंसारी, नंदन मेहता, जाकिर अंसारी, अयोध्या, मोजसम खान, मंगल चौधरी, सुरेश, प्रमोद विश्वकर्मा, सैफ अली, जाहिर अंसारी, शाहिद अंसारी, जैनेतुल्लाह खान सहित बड़ी संख्या में चालक संघ के सदस्य उपस्थित थे।
यह सम्मान समारोह न केवल अधिकारियों से संवाद का माध्यम बना बल्कि चालक समुदाय में अनुशासन और आत्मबल की भावना को भी मजबूत किया।

न्यूज़ देखो: ज़िम्मेदारी से चलाएं वाहन, ससम्मान खुद मिलेगा रास्ता

न्यूज़ देखो का मानना है कि यातायात नियमों का पालन सिर्फ कानून नहीं, सामाजिक ज़िम्मेदारी भी है।
ऑल राइट्स ड्राइवर मजदूर महासंघ जैसे संगठन अगर स्वयं निगरानी और अनुशासन का बीड़ा उठाएं, तो सड़कें सुरक्षित होंगी और समाज में चालकों की गरिमा भी बढ़ेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अनुशासन में ही है सुरक्षा का रास्ता

ड्राइवर न केवल सड़कों के संचालक होते हैं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों के संवाहक भी होते हैं।
यातायात नियमों का पालन, नशामुक्त वाहन चालन और दुर्घटना में सहायता की भावना ही उन्हें सम्मान और सुरक्षा दिला सकती है।

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