#गुमला #स्कूलबंदआदेश : मौसम विभाग के अलर्ट के बाद उपायुक्त का निर्देश — बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता
- गुमला जिले में 19 जून 2025 को कक्षा KG से 8वीं तक के सभी स्कूल बंद रखने का आदेश
- मौसम विभाग ने झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की दी है चेतावनी
- सरकारी, गैर-सरकारी सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक और निजी सभी विद्यालयों पर लागू होगा आदेश
- निर्देश उपायुक्त गुमला के कार्यालय से जारी, बच्चों की सुरक्षा को बताया गया सर्वोपरि
- ग्रामीण क्षेत्रों में संभावित दुर्घटनाओं से बचाव हेतु लिया गया एहतियाती निर्णय
उपायुक्त ने लिया एहतियाती कदम, बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता
भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा झारखंड में 17 जून से 21 जून के बीच भारी वर्षा और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इसके मद्देनज़र गुमला जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 19 जून 2025 (बुधवार) को कक्षा केजी से 8वीं तक के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है। यह निर्णय सरकारी, सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक और निजी सभी स्कूलों पर लागू होगा।
मौसम विभाग ने जताया खतरा
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी विशेष बुलेटिन में बताया गया है कि इस अवधि में तेज हवाएं (40–50 किमी/घंटा) चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। गुमला जिला इस दौरान संवेदनशील श्रेणी में है।
ग्रामीण इलाकों के लिए संवेदनशीलता अधिक
गुमला जिले के अधिकतर विद्यालय जंगल और ऊंचे पेड़ों से घिरे ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं। ऐसे में आकाशीय बिजली या वर्षा के दौरान बच्चों के जीवन को खतरा हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने समय रहते निर्णय लिया।
निर्देश का अनुपालन सभी स्कूलों को करना होगा
उपायुक्त गुमला द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह निर्णय बच्चों की भलाई और जनहित में लिया गया है। सभी स्कूलों को इस आदेश का सख्ती से पालन करने को कहा गया है।
न्यूज़ देखो: सतर्क प्रशासन, सुरक्षित भविष्य
जब प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए ऐसे निर्णय लेता है, तो यह जिम्मेदार प्रशासनिक सोच का उदाहरण बनता है। गुमला जैसे जिलों में, जहां भौगोलिक परिस्थितियां अधिक संवेदनशील हैं, वहां इस प्रकार की तत्परता आवश्यक है।
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चेतावनी से डरें नहीं, सतर्क रहें
मौसम की मार से बचने का एकमात्र तरीका है — सावधानी और समय रहते सतर्कता। न्यूज़ देखो अपील करता है कि सभी अभिभावक और शिक्षक प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और बच्चों को सुरक्षित रखें।