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बाईपास सड़क निर्माण में भारी गड़बड़ी का आरोप — JLKM ने चेताया आंदोलन का रास्ता

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#बिशुनपुरा #सड़क_घोटाला : रमना-बिशुनपुरा को जोड़ने वाली बाईपास सड़क की घटिया गुणवत्ता से ग्रामीणों में आक्रोश, JLKM ने जांच और कार्रवाई की मांग की
  • रमना से अमहर खास तक बन रही सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी
  • JLKM ने कहा: मैटेरियल की मात्रा और लेवलिंग में भारी लापरवाही
  • पंकज यादव ने चेताया: जांच नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन
  • स्थानीय ग्रामीणों ने निर्माण एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की मांग की
  • तकनीकी टीम से गुणवत्ता परीक्षण कराने की उठी मांग

निर्माण शुरू होते ही सड़क की हालत खस्ताहाल

गढ़वा जिले के रमना से बिशुनपुरा तक बन रही बाईपास सड़क को लेकर स्थानीय जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। यह सड़क रमना से सरांग, जतपुरा होते हुए अमहर खास तक बनाई जा रही है, लेकिन निर्माण शुरू होते ही जगह-जगह से उखड़ने लगी है।

ग्रामीणों ने बताया कि लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद सड़क की गुणवत्ता बेहद खराब है। जहां-जहां डामर डाला गया है, वह पहले ही बारिश में धंसने और बिखरने लगा है। यह स्थिति निर्माण एजेंसी और विभागीय लापरवाही की ओर संकेत करती है।

JLKM ने उठाया सवाल, जांच और आंदोलन की चेतावनी

झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के जिला सचिव पंकज यादव ने सड़क निर्माण में गड़बड़ी को लेकर प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि—

पंकज यादव ने कहा: “सड़क में न तो सही मात्रा में गिट्टी और डामर डाले जा रहे हैं, न ही लेवलिंग की प्रक्रिया का पालन किया गया है। यह निर्माण सालभर भी टिकेगा नहीं।”

पंकज यादव ने यह भी चेतावनी दी कि यदि विभाग ने जल्द कोई कार्रवाई नहीं की, तो JLKM चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगा और जनजागरण अभियान भी चलाया जाएगा।

ग्रामीणों का आक्रोश: जांच हो, कार्रवाई हो

सड़क निर्माण की इस स्थिति को देखकर मौके पर राकेश कुमार यादव, विजय यादव, नितीश यादव, कंचन देव यादव, सुधीर कुमार, विकास राम, ब्रजेश पासवान, आलोक चंद्रवंशी, अमरेश चंद्रवंशी समेत दर्जनों ग्रामीण इकट्ठा हुए। सभी ने एक स्वर में निर्माण की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

ग्रामीणों ने कहा: “इतनी लागत से बन रही सड़क की अगर गुणवत्ता नहीं सुधारी गई तो यह जनता के पैसे की बर्बादी होगी। निर्माण एजेंसी के खिलाफ सख्त कदम उठाना होगा।”

तकनीकी जांच और पारदर्शिता की मांग

ग्रामीणों और JLKM कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से तकनीकी टीम भेजकर जांच कराने की अपील की है। गुणवत्ता की पुष्टि बिना यदि निर्माण कार्य पूरा होता है, तो सड़क कुछ ही महीनों में जर्जर हो जाएगी। इससे न केवल जनता को परेशानी होगी, बल्कि लाखों की सरकारी राशि भी व्यर्थ जाएगी।

न्यूज़ देखो: जनता के हक की लड़ाई में साथ

न्यूज़ देखो सड़क निर्माण जैसे मुद्दों पर जनता की आवाज़ बनने का संकल्प दोहराता है। जब करोड़ों रुपये की योजनाएं लापरवाही की भेंट चढ़ती हैं, तो उसे उजागर करना पत्रकारिता का कर्तव्य बन जाता है।

हम यह मांग करते हैं कि गढ़वा जिला प्रशासन तत्काल निर्माण स्थल का निरीक्षण करे, गुणवत्ता की निष्पक्ष जांच कराए और यदि लापरवाही पाई जाती है तो निर्माण एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जागरूक नागरिक ही व्यवस्था सुधारते हैं

यदि आप भी इस खबर से सहमत हैं और ऐसी अनियमितताओं के खिलाफ खड़े होना चाहते हैं, तो अपने विचार कमेंट में साझा करें।
इस खबर को उन तक पहुंचाएं जो विकास योजनाओं में पारदर्शिता की उम्मीद रखते हैं।

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