
#पांकी #चिकित्सीय_लापरवाही : नौगढ़ पंचायत के नावा गांव के युवक का हर्निया ऑपरेशन बिगड़ने पर परिजनों ने निजी अस्पताल पर ज्यादा वसूली और गलत इलाज का आरोप लगाया।
- मां जीवन हॉस्पिटल, पांकी पर गलत ऑपरेशन और गंभीर लापरवाही का आरोप।
- मरीज अंकित उर्फ़ बांबी की हालत ऑपरेशन के बाद और बिगड़ी।
- परिजनों ने अब तक 75 हजार रुपये खर्च करने का दावा किया।
- ऑपरेशन डॉ. सुनील प्रसाद द्वारा किए जाने की पुष्टि।
- डॉक्टर का बयान—समस्या इन्फेक्शन से बढ़ी हो सकती है।
- परिजनों ने सीएचसी पांकी के चिकित्सा प्रभारी से मौखिक शिकायत की।
पलामू जिले के पांकी थाना रोड स्थित मां जीवन हॉस्पिटल पर गंभीर चिकित्सीय लापरवाही का मामला सामने आया है। तरहसी प्रखंड के नौगढ़ पंचायत के नावा गांव निवासी बगेंदर सिंह के पुत्र अंकित उर्फ़ बांबी का हर्निया (भकंदर) ऑपरेशन इसी अस्पताल में किया गया था, लेकिन परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन गलत होने के कारण मरीज की स्थिति बिगड़ती चली गई। परिवार ने इलाज में लगभग 75 हजार रुपये खर्च किए, इसके बावजूद मरीज को कोई राहत नहीं मिली और अब वे आर्थिक रूप से टूट चुके हैं।
ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबीयत, परिजनों का गंभीर आरोप
परिवार का कहना है कि ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति लगातार खराब होती रही और अस्पताल ने उनसे आवश्यकता से अधिक राशि वसूली। परिजनों के अनुसार, इलाज न मिलने पर अब उन्हें दूसरे अस्पताल में ले जाने की भी मजबूरी हो गई है, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आगे का इलाज कराना कठिन हो गया है।
डॉक्टर ने माना—इन्फेक्शन से बढ़ी समस्या
हॉस्पिटल संचालक राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि ऑपरेशन मेदिनीनगर से आए डॉ. सुनील प्रसाद द्वारा किया गया था। मीडिया द्वारा पूछे जाने पर डॉ. सुनील प्रसाद ने स्वीकार किया कि उन्होंने ही ऑपरेशन किया था और संभवतः इन्फेक्शन की वजह से स्थिति खराब हुई होगी। उन्होंने आगे कहा कि मरीज का एमआरआई कराकर अगला उपचार आवश्यक है।
परिवार के पास खर्च करने को पैसा नहीं बचा
परिजन अब टूटे हुए हैं। उनका कहना है कि खर्च हो चुके 75 हजार रुपये के बाद अब वे और पैसे की व्यवस्था नहीं कर पा रहे। हालत बिगड़ने और खर्च बढ़ने से परिवार मानसिक रूप से भी परेशान है।
स्वास्थ्य विभाग करेगा जांच
मामले को लेकर परिजनों ने पांकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी महेंद्र प्रसाद से मौखिक शिकायत की है। जब मीडिया ने उनसे जानकारी मांगी, तो चिकित्सा प्रभारी ने कहा कि वे इस मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
न्यूज़ देखो: मरीजों की सुरक्षा सर्वोपरि, लापरवाही पर सख्त कदम जरूरी
स्वास्थ्य सेवा से जुड़े किसी भी संस्थान की पहली जिम्मेदारी मरीज की सुरक्षा और सही इलाज है। निजी अस्पतालों में बढ़ते लापरवाही के मामलों पर कड़ी निगरानी और त्वरित कार्रवाई जरूरी है, ताकि आम लोगों का भरोसा न टूटे।
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जिम्मेदारी से इलाज ही असली सेवा
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