
#जारी #गुमला #शहादतदिवस : पैतृक गाँव में अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने परमवीर अल्बर्ट एक्का को दी पुष्पांजलि
- परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का के पैतृक गाँव जारी में श्रद्धांजलि कार्यक्रम।
- सबसे पहले पुत्र भिन्सेन्ट एक्का व पत्नी रजनी एक्का ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
- एलआरडीसी कंचन सिंह, बीडीओ यादव बैठा, थाना प्रभारी शनि कुमार, सीओ दिनेश गुप्ता समेत कई अधिकारी उपस्थित।
- जारी पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर एवं परिवार को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
- समाधि स्थल पर अधिकारियों, स्कूली बच्चों व ग्रामीणों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
परमवीर चक्र विजेता शहीद अल्बर्ट एक्का के शहादत दिवस पर उनके पैतृक गाँव जारी (गुमला) में बुधवार को एक सादगीपूर्ण लेकिन गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया। शुरुआत उनके पुत्र भिन्सेन्ट एक्का और पत्नी रजनी एक्का द्वारा आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई, जिसके बाद ग्रामीणों और अधिकारियों ने वीर शहीद को नमन किया।
अधिकारी और जनप्रतिनिधि रहे शामिल
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में एलआरडीसी कंचन सिंह, बीडीओ यादव बैठा, थाना प्रभारी शनि कुमार, सीओ दिनेश गुप्ता, प्रमुख उर्मिला केरकेट्टा, जीप सदस्य दिलीप बड़ाईक, तथा कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष जॉय कुजूर सहित कई गणमान्य उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि अल्बर्ट एक्का का साहस और त्याग हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
जारी पुलिस ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उनके परिवार को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इसके बाद स्कूली बच्चों, युवाओं और ग्रामीणों ने समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की।
वक्ताओं ने विकास को बताया सच्ची श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि अल्बर्ट एक्का ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में अदम्य साहस का परिचय दिया था और देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। उन्होंने कहा कि जारी प्रखंड को विकसित करना और युवाओं में देशभक्ति का भाव जागृत करना ही शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मिस्सा अनुष्ठान के बाद ग्रामीणों ने कतारबद्ध होकर प्रतिमा और समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि दी। पूरे क्षेत्र में शहादत दिवस के अवसर पर भावनात्मक वातावरण देखने को मिला।



न्यूज़ देखो: वीरता की विरासत और स्थानीय विकास
शहीद अल्बर्ट एक्का की वीरता का महत्व केवल सैन्य इतिहास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक एकता और स्थानीय विकास के लिए भी ऊर्जा का स्रोत है। जारी प्रखंड में आधारभूत सुविधाओं व शिक्षा का विस्तार उसी विरासत को आगे बढ़ाने का मार्ग है।
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देशभक्ति की लौ—आपके दिलों में भी जलनी चाहिए
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