
#सिमडेगा #सड़क_निर्माण : ग्रामीणों और पदाधिकारियों की उपस्थिति में तय हुआ समाधान, विकास कार्य में बाधा दूर करने की दिशा में पहल
- बडकेतुँगा पंचायत के छब्बील बगीचा में सड़क निर्माण को लेकर बैठक आयोजित की गई।
- बैठक की अध्यक्षता मुखिया संदीप सद मुंडा ने की, जिसमें बडकेतुँगा, बरसलोया, छोटकेतुँगा और कुलासोया के ग्रामीण उपस्थित थे।
- सड़क कोम्बाकेरा डाईर बगीचा से होकर छोटकेतुँगा शिव मंदिर तक बनाई जा रही है।
- सड़क निर्माण में आरयो संस्था के लगाए गए आसान और अर्जुन के पौधों से बाधा उत्पन्न हो रही थी।
- ग्राम सभा ने सर्वसम्मति से एक पंक्ति (लगभग 35 पौधों) को विस्थापित करने का निर्णय लिया।
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा प्रखंड अंतर्गत बडकेतुँगा पंचायत के छब्बील बगीचा में शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य सड़क निर्माण कार्य में आ रही रुकावटों को दूर करना था। बैठक की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया संदीप सद मुंडा ने की और इसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
सड़क निर्माण में पौधों की वजह से बाधा
बैठक में बताया गया कि कोम्बाकेरा डाईर बगीचा (पक्की सड़क) से छोटकेतुँगा शिव मंदिर तक ग्रामीण सड़क के कालीकरण का कार्य प्रगति पर है। किंतु खाता नंबर 1, प्लॉट नंबर 742, जिसकी लंबाई 242 फीट है और जो देवधारी सिंह (पिता स्वर्गीय मंगर नाथ सिंह) की जमीन है, वहां सड़क निर्माण में समस्या आ रही है।
इस भूमि पर आरयो संस्था द्वारा चार साल पहले तसर कीट पालन के उद्देश्य से आसान और अर्जुन के पौधे लगाए गए थे। एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी करीब 10 फीट है, जिससे सड़क के चौड़ीकरण में बाधा उत्पन्न हो रही है।
ग्रामीणों ने निकाला समाधान
बैठक में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव रखा कि यदि एक पंक्ति के पौधों को हटाया जाए, तो सड़क की चौड़ाई 20 फीट तक बढ़ जाएगी और यह निर्माण के लिए पर्याप्त स्थान होगा। एक पंक्ति में लगभग 35 पौधे हैं, जिन्हें विस्थापित करने की आवश्यकता बताई गई।
वृक्षारोपण संस्था के सुरक्षाकर्मी बलराम सिंह ने कहा कि –
“यदि संबंधित पदाधिकारियों की अनुमति मिलेगी, तो मैं पौधों को उखाड़ने के लिए तैयार हूँ।”
पदाधिकारियों ने दी कानूनी सलाह
बैठक में उपस्थित प्रखंड कार्यालय के कर्मचारी प्रफुल्ल एक्का और अमीन अरविंद टोप्पो ने कहा कि पौधों के विस्थापन से पूर्व उपायुक्त और अंचल निरीक्षक की अनुमति आवश्यक है। उन्होंने सुझाव दिया कि ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कर आवेदन अग्रसारित किया जाए।
सड़क निर्माण कार्य के संवेदक शिवानंद सिंह के आवेदन के आधार पर ग्राम सभा ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एक पंक्ति के पौधों को विस्थापित किया जाए और इसके लिए औपचारिक आवेदन संबंधित अधिकारियों को दिया जाए।
ग्राम सभा का सामूहिक निर्णय
ग्राम सभा में निर्णय लिया गया कि पौधों के विस्थापन की अनुमति हेतु आवेदन उपायुक्त सिमडेगा, प्रखंड विकास पदाधिकारी कोलेबिरा, अंचल अधिकारी कोलेबिरा और वृक्षारोपण संस्था प्रमुख को सौंपा जाएगा। इस दौरान बैठक में उपस्थित लोगों में जोधन सिंह, अशोक पांडा, आनंद सिंह, सुनित सुरीन, अमित सुरीन, अर्जुन होता, मुरली पाणिग्रही, अवधेश पाढ़ी, देवधारी सिंह, बलराम सिंह, शिवानंद सिंह, रामेश्वर सिंह, प्रतिमा देवी, प्रभु दान मुंडा, अमर सुरीन सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।

न्यूज़ देखो: विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन की मिसाल
बडकेतुँगा की यह बैठक इस बात की मिसाल है कि जब विकास कार्यों और पर्यावरण संरक्षण के बीच टकराव होता है, तो संवाद और सहमति से समाधान निकाला जा सकता है। ग्राम सभा का यह निर्णय स्थानीय लोकतंत्र की शक्ति और जनसहभागिता का उत्तम उदाहरण है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदारी और सामूहिक सोच से होगा गांव का विकास
गांव के विकास कार्य तभी संभव हैं जब जनता और प्रशासन एक साथ खड़े हों। बडकेतुँगा के ग्रामीणों ने यह दिखा दिया कि सामूहिक निर्णय से हर समस्या का हल संभव है।
आइए हम सब अपने क्षेत्र के विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं, समस्याओं पर खुलकर चर्चा करें और जिम्मेदार नागरिक बनें।
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