#गढ़वा #दुर्घटना : स्नान करने गई मासूम बच्ची पानी के गड्ढे में डूबी परिवार में कोहराम मचा
- गढ़वा थाना क्षेत्र के सुखवाना गांव केरवा टोला में हुआ हादसा।
- शिव भुईया की पुत्री राधा कुमारी, उम्र 7 वर्ष, की पानी के गड्ढे में डूबने से मौत।
- बच्चे मोरंग निकाले गए गड्ढे में स्नान कर रहे थे, राधा डूबने लगी।
- साथी बच्चों ने पहले ध्यान नहीं दिया बाद में एक बच्चे ने परिजनों को सूचना दी।
- परिजन ने राधा को पानी से निकालकर गढ़वा सदर अस्पताल पहुंचाया, चिकित्सकों ने मृत घोषित किया।
- पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के बाद परिजनों को सौंपा।
गढ़वा जिले के सुखवाना गांव में रविवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। गांव के शिव भुईया की 7 वर्षीय पुत्री राधा कुमारी की स्नान करने के दौरान पानी के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। हादसे के समय गांव के सात बच्चे मोरंग निकाले गए गहरे गड्ढे में नहा रहे थे, इसी दौरान यह दुर्घटना घटित हुई। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और बच्ची को गड्ढे से निकालकर अस्पताल लाए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामले की औपचारिक कार्रवाई पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया।
हादसा कैसे हुआ
रविवार को सुखवाना गांव के सात छोटे-छोटे बच्चे पास के पहाड़ की ओर गए थे। वहां मोरंग निकाले जाने के बाद गहरा गड्ढा बन गया था जिसमें पानी भरा हुआ था। सभी बच्चे उसी गड्ढे में स्नान करने लगे। इसी दौरान शिव भुईया की पुत्री राधा कुमारी पानी में गहरे हिस्से में चली गई और डूबने लगी।
साथ में मौजूद बच्चों ने उसे डूबते देखा, लेकिन वे स्नान में मशगूल होने के कारण गंभीरता से ध्यान नहीं दे पाए। कुछ देर बाद जब स्थिति बिगड़ने लगी, तो एक बच्चा दौड़कर राधा के घर पहुंचा और परिजनों को सूचना दी।
परिजनों ने की खोजबीन
सूचना मिलते ही परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे। गड्ढे के पास पहुंचे परिजन और ग्रामीणों ने बच्ची की खोजबीन शुरू की। काफी मशक्कत के बाद राधा कुमारी को पानी से बाहर निकाला गया। तुरंत उसे लेकर गढ़वा सदर अस्पताल लाया गया।
यहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों ने जांच के बाद राधा को मृत घोषित कर दिया। यह खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी गढ़वा सदर अस्पताल पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस अधिकारियों ने कहा: “घटना बेहद दुखद है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
गांव में पसरा मातम
राधा कुमारी की मौत से सुखवाना गांव में गहरा शोक छा गया है। बच्ची की उम्र केवल सात साल थी और वह चंचल स्वभाव की थी। उसकी असमय मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के आसपास इस तरह के गहरे गड्ढे बच्चों के लिए खतरा बने हुए हैं। यदि समय रहते रोकथाम की व्यवस्था की जाती तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है।
हादसों से सबक लेने की जरूरत
विशेषज्ञ मानते हैं कि बारिश या खुदाई से बने ऐसे गड्ढों में पानी भर जाने पर बच्चों को वहां जाने से रोकना जरूरी है। इस तरह की घटनाएं अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में घटती हैं, जहां छोटे बच्चे खेलने या स्नान करने के दौरान असमय मौत का शिकार हो जाते हैं।
न्यूज़ देखो: गहरे गड्ढों की अनदेखी बच्चों की जान पर भारी
यह घटना बताती है कि ग्रामीण इलाकों में पानी से भरे गड्ढों की अनदेखी बच्चों के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को ऐसे स्थानों को सुरक्षित करने और बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है। दुखद यह है कि लापरवाही से मासूम की जिंदगी खत्म हो गई।
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बच्चों की सुरक्षा है पहली जिम्मेदारी
मासूम राधा की मौत से यह साफ है कि गहरे पानी के गड्ढे बच्चों के लिए जानलेवा हैं। हमें सभी को मिलकर सतर्क रहना होगा ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।
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