
#पलामू #सांपकाटनेसेमौत : अलीनगर गांव में रात को खटिया पर सोते समय हुआ हादसा, परिजनों ने की मुआवजे की मांग
- अलीनगर गांव के 60 वर्षीय दुर्गा पासवान की सांप काटने से मौत।
- घटना रात करीब दो बजे खटिया पर सोते समय हुई।
- बुजुर्ग ने सांप को मार दिया, पर किसी को नहीं बताया।
- तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल ले गए परिजन, इलाज में देरी से मौत।
- मृतक विनय कुमार पासवान (न्यायिक मानव अधिकार परिषद अध्यक्ष) के मौसेरे भाई।
- राज्य सरकार से मुआवजे की मांग उठी।
पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के अलीनगर गांव में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। गांव के 60 वर्षीय बुजुर्ग दुर्गा पासवान की सांप के काटने से मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब वे अपने घर के बाहर खटिया पर सो रहे थे। रात करीब दो बजे अचानक एक जहरीले सांप ने उन्हें काट लिया।
सांप को मारा लेकिन चुप रहे दुर्गा पासवान
सांप के डसने के बाद दुर्गा पासवान ने साहस दिखाते हुए सांप को वहीं मार डाला। लेकिन उन्होंने इस गंभीर घटना की जानकारी तुरंत परिजनों को नहीं दी। कुछ देर बाद जब उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा तब जाकर उन्होंने परिवार को बताया।
इलाज में देरी से गई जान
परिजन तत्काल उन्हें हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन समय पर एंटी-वेनम न मिलने और देर से इलाज शुरू होने के कारण उनकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार और समाज में शोक
दुर्गा पासवान की मौत से पूरे अलीनगर गांव में शोक की लहर है। मृतक न्यायिक मानव अधिकार परिषद झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार पासवान के मौसेरे भाई थे। घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संवेदना जताई।
मुआवजे की मांग तेज
प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार पासवान ने कहा कि राज्य सरकार को ऐसी घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए पीड़ित परिवार को मुआवजा देना चाहिए। उनका कहना है कि सांप काटने जैसी प्राकृतिक आपदा से हुई मौत पर भी सरकार की जिम्मेदारी बनती है। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश और असुरक्षा की भावना है।
न्यूज़ देखो: जागरूकता और समय पर इलाज ही बचा सकता है जान
दुर्गा पासवान की मौत इस बात की ओर इशारा करती है कि ग्रामीण इलाकों में सांप काटने जैसी घटनाओं से निपटने के लिए पर्याप्त जागरूकता और चिकित्सा सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। अगर समय रहते उन्हें एंटी-वेनम इंजेक्शन मिल जाता तो शायद उनकी जान बच सकती थी। प्रशासन को ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना और लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है।
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अब समय है सतर्कता और जागरूकता फैलाने का
यह घटना हमें यह सिखाती है कि सांप के काटने पर लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। अब ज़रूरत है कि हम सब अपने-अपने गांव और मोहल्लों में जागरूकता फैलाएं और प्रशासन से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोग सतर्क हो सकें।