
#कोलेबिरा #बिरसामुंडाजयंती : मार्केट कॉम्प्लेक्स से देवनदी मोड़ तक अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों ने मिलकर की माल्यार्पण और सम्मान सभा का आयोजन।
- 150वीं जयंती पर कोलेबिरा में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
- प्रखंड प्रमुख दुतामी हेमरोम, जिप अध्यक्ष रोश प्रतिमा सोरेन, BDO बिरेन्द्र किंडो सहित कई अधिकारी शामिल।
- मार्केट कॉम्प्लेक्स स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
- देवनदी मोड़ पर शहीद तेलेगा खड़िया की प्रतिमा पर भी सम्मानपूर्वक माल्यार्पण।
- प्रखंड कार्यालय सभागार में झारखंड आंदोलनकारियों को माला व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कोलेबिरा, सिमडेगा। कोलेबिरा प्रखंड में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड स्थापना दिवस के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर पूरे क्षेत्र में विशेष उत्साह और सम्मान का वातावरण देखने को मिला। सुबह से ही मार्केट कॉम्प्लेक्स परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई थीं, जहां अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय ग्रामीणों ने एकजुट होकर बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें भावपूर्ण नमन किया।
मार्केट कॉम्प्लेक्स में अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
जयंती कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख श्रीमती दुतामी हेमरोम, जिला परिषद अध्यक्ष रोश प्रतिमा सोरेन, प्रखंड विकास पदाधिकारी बिरेन्द्र किंडो, JMM केन्द्रीय समिति सदस्य फिरोज अली, अंचल अधिकारी अनूप कच्छप, थाना प्रभारी हर्ष कुमार शाह, प्रखंड उप प्रमुख सुनीता देवी, कोलेबिरा पंचायत मुखिया अंजना लकड़ा सहित अनेक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सभी ने बिरसा मुंडा के संघर्ष, त्याग और जल-जंगल-जमीन आंदोलन के महत्व को याद करते हुए समाज में उनकी विरासत को संरक्षित रखने पर जोर दिया।
शहीद तेलेगा खड़िया की प्रतिमा पर भी किया गया नमन
बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद जनप्रतिनिधि और अधिकारी देवनदी मोड़ स्थित शहीद तेलेगा खड़िया की प्रतिमा स्थल पहुंचे, जहां सभी ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ नमन किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि जननायकों और स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष ने झारखंड को नई पहचान दी है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुँचना आवश्यक है।
प्रखंड कार्यालय के सभागार में सम्मान समारोह
जयंती समारोह के अगले चरण में कोलेबिरा प्रखंड कार्यालय सभागार में एक विशेष सभा का आयोजन किया गया। यहां झारखंड आंदोलन में योगदान देने वाले आंदोलनकारियों को मंच पर बुलाकर माला पहनाकर और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि आंदोलनकारियों के बलिदान और संघर्ष ने झारखंड को अलग राज्य का रूप दिलाया, और आज का दिन उनके योगदान को याद करने का महत्वपूर्ण अवसर है।



न्यूज़ देखो: परंपरा और संघर्ष की इस विरासत को सहेजने की जरूरत
कोलेबिरा में दिखा यह व्यापक उत्साह बताता है कि समाज अभी भी अपने जननायकों के विचारों से प्रेरणा ले रहा है। बिरसा मुंडा और झारखंड आंदोलन की विरासत को संरक्षित कर नई पीढ़ी तक पहुँचाना प्रशासन, समाज और जनप्रतिनिधियों की साझा जिम्मेदारी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जननायकों की राह पर एकजुटता का संकल्प
बिरसा मुंडा की जयंती हमें सामाजिक समरसता, संघर्ष और सामुदायिक जागरूकता का संदेश देती है। अब समय है कि हम उनके बताए मार्ग पर चलते हुए समाज और प्रकृति की रक्षा के लिए मिलकर कदम बढ़ाएँ। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि यह संदेश और दूर तक पहुँचे।





