Site icon News देखो

40 वर्षों की सेवा के बाद एएनएम सरिता सिन्हा सेवानिवृत्त — पासवान स्वास्थ्य मंदिर में भावभीनी विदाई

#रमना #सरितासिन्हासेवानिवृत्ति : टंडवा स्थित पासवान स्वास्थ्य केंद्र में सेवारत एएनएम सरिता सिन्हा को ग्रामीणों और सहकर्मियों ने दी श्रद्धा और स्नेह से विदाई — 40 वर्षों की सेवा को किया गया सम्मानित

टंडवा में हुआ सम्मान समारोह, विभागीय साथियों ने साझा किए संस्मरण

रमना प्रखंड के टंडवा स्थित पासवान स्वास्थ्य मंदिर में 1 जुलाई 2025 को एक भावनात्मक विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जहां स्वास्थ्य विभाग की वरिष्ठ एएनएम सरिता सिन्हा को उनके 40 वर्षों की समर्पित सेवा के लिए विदाई दी गई।

इस अवसर पर स्वास्थ्य अभियंता अविनाश (मजिस्ट्रेट), प्रभारी बबीता कुमारी, सहित दर्जनों विभागीय कर्मी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने सरिता सिन्हा के कार्यकाल को उत्कृष्ट, प्रेरणादायक और समर्पण से परिपूर्ण बताया।

“यह मेरा परिवार था” — सरिता सिन्हा की भावुक विदाई

विदाई के दौरान सरिता सिन्हा भावुक हो गईं। उन्होंने कहा:

सरिता सिन्हा ने कहा: “हमें यह अनुभव ही नहीं हुआ कि हमारा 40 साल कब बीत गया। मैंने यहीं से अपने करियर की शुरुआत की थी और यहीं से सेवानिवृत्त हो रही हूं। यहां के लोग मेरे अपने परिवार जैसे रहे।”

उन्होंने बताया कि पासवान स्वास्थ्य केंद्र में सेवा के दौरान प्रति माह 35 से 40 सुरक्षित प्रसव कराए गए और कभी किसी शिकायत का सामना नहीं करना पड़ा, यह उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।

ग्रामीणों ने भी जताया आभार

सरिता सिन्हा ने कहा कि “यहां के ग्रामीणों ने मुझे परिवार का हिस्सा समझा, वही मेरा सबसे बड़ा सम्मान है।” ग्रामीणों ने भी उन्हें याद करते हुए कहा कि उनकी कार्यशैली, संवेदनशीलता और समर्पण स्वास्थ्य व्यवस्था की एक मिसाल रही है।

जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों ने दी शुभकामनाएं

समारोह में उपस्थित रहे रोजगार सेवक रोहित शुक्ला, पंचायत सचिव नितेश मिश्रा, मुखिया पति जयराम पासवान, बीडीसी बुधन सिंह, सतनारायण सिंह, त्रिभुवन सिंह, बुद्धेश्वर राम समेत सभी ने सरिता सिन्हा को उनके स्वस्थ, सक्रिय और खुशहाल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

न्यूज़ देखो: सेवाभाव की मिसाल बनीं एएनएम सरिता सिन्हा

सरिता सिन्हा का 40 वर्षों का सेवा काल सिर्फ नौकरी नहीं, जनसेवा और महिला स्वास्थ्य की दिशा में उत्कृष्ट योगदान की कहानी है। ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र में जहां संसाधन सीमित होते हैं, वहां ऐसे समर्पित कर्मियों की भूमिका बेमिसाल होती है।

न्यूज़ देखो इस अद्भुत सेवा भावना को सलाम करता है और प्रशासन से भी अपेक्षा करता है कि ऐसे कर्मठ कर्मचारियों को सम्मानित कर प्रेरणा का स्रोत बनाया जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

प्रेरणा बनें, बदलाव की शुरुआत करें

सरिता सिन्हा की कहानी बताती है कि निष्ठा, संवेदनशीलता और सेवा की भावना से ही कोई भी कार्यक्षेत्र बेहतर बनता है।
आइए, ऐसे कर्मियों की सराहना कर, खुद भी अपने क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएं।
अपनी राय नीचे कमेंट करें, इस प्रेरणादायक खबर को रेट करें और अपने परिचितों के साथ साझा करें।

Exit mobile version