
#हुसैनाबाद #दुर्घटना : बिशुनपुर गांव के चौड़ा पुल के पास छठ पर्व की खुशियों के बीच मची चीख-पुकार — दो दिनों में डूबने की घटनाओं से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल।
- बिशुनपुर गांव के चौड़ा पुल के पास सोमवार शाम नहर में 16 वर्षीय युवक डूबा
- युवक अपने ननिहाल फातमाचक गांव आया हुआ था
- घटना के बाद प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची
- तेज धार और अंधेरे के कारण युवक की खोजबीन अब तक जारी
- एक दिन पहले तीन युवकों की सोन नदी में डूबने से मौत, क्षेत्र में शोक
नहर के तेज बहाव में समा गया किशोर
छठ पर्व की आस्था के बीच हुसैनाबाद प्रखंड के बिशुनपुर गांव के पास सोमवार की शाम एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। उत्तर कोयल मुख्य नहर के चौड़ा पुल के पास एक 16 वर्षीय किशोर नहर की धार में बह गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक अपने कुछ दोस्तों के साथ पुल से कूदकर स्नान कर रहा था, तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह तेज धारा में बहने लगा।
मौके पर प्रशासन और बचाव दल की तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही हुसैनाबाद अंचल अधिकारी पंकज कुमार, देवरी ओपी पुलिस और हुसैनाबाद थाना टीम तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने बचाव कार्य शुरू करवाया, लेकिन अंधेरा और तेज पानी के बहाव के कारण युवक को ढूंढ पाना मुश्किल हो गया। स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से गोताखोरों की टीम भी बुलाई गई है, जो लगातार खोज में जुटी हुई है।
ननिहाल आया था युवक, परिवार में मचा कोहराम
प्राप्त जानकारी के अनुसार, डूबा हुआ युवक बिशुनपुर निवासी केशवर चौहान का नाती था, जो अपने ननिहाल फातमाचक गांव में छठ पर्व मनाने आया हुआ था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग घटनास्थल पर जुट गए। ग्रामीणों का कहना है कि नहर में पानी का प्रवाह अत्यधिक तेज़ है, इसलिए संभावना है कि युवक का पता पानी बंद होने के बाद ही चल सकेगा।
पिछले 24 घंटे में दूसरा जल हादसा
इस घटना ने क्षेत्र में उस पुराने जख्म को फिर से हरा कर दिया, जो एक दिन पहले ही हुआ था। खरना के दिन, यानी रविवार को, पोखराही गांव के पास सोन नदी में तीन युवकों की डूबने से मौत हो गई थी। मृतकों में अंकुश पासवान (22) निवासी शेरघाटी, बिहार, आदर्श चंद्रवंशी (22) निवासी इटवा, नवीनगर, बिहार, और रजनीश चंद्रवंशी (23) निवासी पोखराही शामिल हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया: “तीनों युवक नहाने के लिए नदी में उतरे थे, लेकिन गहरे पानी में चले जाने के कारण बाहर नहीं निकल पाए।”
लगातार दो दिनों की मौत से सन्नाटा
लगातार दो दिनों में चार युवाओं की डूबने से मौत ने हुसैनाबाद क्षेत्र को हिला दिया है। छठ जैसे पावन पर्व पर जहां हर घर में प्रसाद और पूजा की तैयारी चल रही थी, वहीं इन हादसों ने पूरे क्षेत्र का माहौल मातम में बदल दिया। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि नहरों और नदियों में नहाते समय सतर्कता बरतें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें।
प्रशासन की अपील और सुरक्षा पर सवाल
अंचल अधिकारी पंकज कुमार ने कहा कि स्थानीय पुलिस व गोताखोरों की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन में लगी हुई है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि नहर के आसपास सुरक्षा बैरिकेडिंग और चेतावनी बोर्ड की कमी हादसों का बड़ा कारण है। कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे खतरनाक स्थलों पर स्थायी सुरक्षा इंतजाम किए जाएं।
न्यूज़ देखो: प्रशासन की सतर्कता बनाम लापरवाही का आईना
इन लगातार हादसों ने एक बार फिर प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नहरों और नदियों के किनारे सुरक्षा संकेतों और बचाव कर्मियों की अनुपस्थिति चिंता का विषय है। “न्यूज़ देखो” मानता है कि अगर प्रशासन पहले से ही संवेदनशील जल स्थलों पर सुरक्षा इंतजाम करता, तो शायद ये हादसे टल सकते थे।
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सजग रहें, सुरक्षित रहें — यही सबसे बड़ी श्रद्धा
छठ केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि सामूहिक अनुशासन और जिम्मेदारी का प्रतीक है। पानी में स्नान या अर्घ्य देने से पहले सुरक्षा का ध्यान रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। अगर यह खबर आपको महत्वपूर्ण लगी, तो इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें ताकि जागरूकता बढ़े और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।




