
#हुसैनाबाद #विद्यालय_सुरक्षा : कार्रवाई के अभाव में असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद, प्रधानाध्यापक ने थाना में दिया आवेदन
- पलामू जिला के राजकीयकृत बक्शी उच्च विद्यालय, हुसैनाबाद में संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटना।
- अज्ञात लोगों ने नवनिर्मित चाहरदिवारी को उत्तर दिशा से किया क्षतिग्रस्त।
- एक कमरे की खिड़की का रॉड तोड़कर चोरी का प्रयास।
- वर्ष 2019 से 2024 तक कई बार थाना को दिया गया आवेदन।
- कार्रवाई नहीं होने से विद्यालय परिसर असुरक्षित।
पलामू जिले के हुसैनाबाद प्रखंड अंतर्गत स्थित राजकीयकृत बक्शी उच्च विद्यालय इन दिनों असामाजिक तत्वों के बढ़ते उत्पात से जूझ रहा है। विद्यालय परिसर में बीते दिनों हुई घटना ने न केवल विद्यालय प्रशासन को चिंतित किया है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विद्यालय प्रशासन के अनुसार, रात्रि के समय अज्ञात असामाजिक तत्वों ने विद्यालय की नवनिर्मित चाहरदिवारी को उत्तर दिशा की ओर से क्षतिग्रस्त कर दिया और एक कक्षा कक्ष की खिड़की का रॉड तोड़कर चोरी का प्रयास किया।
विद्यालय संपत्ति को लगातार पहुंच रहा नुकसान
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि यह पहली घटना नहीं है। विद्यालय अवधि समाप्त होने के बाद स्थानीय लोग एवं बाहरी बच्चे अनाधिकृत रूप से चाहरदिवारी फांदकर विद्यालय परिसर में प्रवेश कर जाते हैं। परिसर में खेलकूद के दौरान फूल-पौधों, पेड़ों और अन्य संसाधनों को भारी क्षति पहुंच रही है। इसके साथ ही विद्यालय परिसर में गंदगी फैलाने की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं, जिससे शैक्षणिक वातावरण प्रभावित हो रहा है।
विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि शैक्षणिक संस्थान का उद्देश्य बच्चों को सुरक्षित और अनुशासित वातावरण प्रदान करना है, लेकिन इस तरह की गतिविधियों से विद्यालय की गरिमा और सुरक्षा दोनों पर प्रश्नचिह्न लग रहा है।
थाना में प्रधानाध्यापक ने दिया आवेदन
इस मामले को लेकर प्रधानाध्यापक द्वारा हुसैनाबाद थाना में लिखित आवेदन दिया गया है। आवेदन में विद्यालय परिसर में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों, संपत्ति क्षति और चोरी के प्रयास का उल्लेख करते हुए दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
विद्यालय प्रशासन के अनुसार, इससे पूर्व भी वर्ष 2019 से लेकर 2024 तक कई बार थाना प्रभारी को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया गया था। प्रत्येक बार विद्यालय परिसर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की गई, लेकिन ठोस कार्रवाई के अभाव में असामाजिक तत्वों के हौसले और बुलंद होते गए।
प्रशासनिक निर्देशों के क्रियान्वयन में बाधा
विद्यालय परिवार ने यह भी बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी, हुसैनाबाद द्वारा विद्यालय विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं। इनमें परिसर सौंदर्यीकरण, पौधारोपण, स्वच्छता और बुनियादी संरचनाओं के संरक्षण से संबंधित कार्य शामिल हैं। लेकिन लगातार हो रही तोड़फोड़ और असामाजिक गतिविधियों के कारण इन निर्देशों के क्रियान्वयन में गंभीर बाधा उत्पन्न हो रही है।
विद्यालय प्रशासन का कहना है कि यदि समय रहते सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी बड़ी घटनाएं घट सकती हैं, जिससे छात्रों की सुरक्षा पर सीधा असर पड़ेगा।
शिक्षकों और अभिभावकों में रोष
घटना के बाद विद्यालय के शिक्षकों और अभिभावकों में भी रोष देखा जा रहा है। उनका कहना है कि विद्यालय बच्चों के भविष्य की नींव होता है और यदि वही सुरक्षित नहीं रहेगा, तो शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की सुरक्षा दोनों प्रभावित होंगी। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय परिसर में नियमित पुलिस गश्ती, सीसीटीवी कैमरे या चौकीदार की व्यवस्था की जाए।
विद्यालय प्रशासन की प्रमुख मांगें
विद्यालय प्रबंधन ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से निम्नलिखित मांगें रखी हैं—
- दोषियों की शीघ्र पहचान कर कड़ी कानूनी कार्रवाई।
- विद्यालय परिसर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर सख्त प्रतिबंध।
- रात्रि के समय पुलिस गश्ती की व्यवस्था।
- विद्यालय की संपत्ति की सुरक्षा के लिए प्रभावी निगरानी तंत्र।
विद्यालय परिवार ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे उच्च अधिकारियों से भी शिकायत करने को मजबूर होंगे।
न्यूज़ देखो: शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
हुसैनाबाद का यह मामला केवल एक विद्यालय की समस्या नहीं, बल्कि सरकारी शिक्षण संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है। यदि समय रहते प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो असामाजिक तत्वों का मनोबल और बढ़ सकता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
विद्यालय सुरक्षित होगा तभी भविष्य सुरक्षित होगा
शिक्षा के मंदिरों की रक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है।
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