
#सिमडेगा #कांवड़_यात्रा : शिव भजनों और तांडव नृत्य से गूंजा वातावरण
- उड़ीसा से सिमडेगा सरना मंदिर जाने वाले हजारों कांवरिया टुकुपानी में ठहरे।
- कांवरिया सेवा संघ सिमडेगा ने किया रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन।
- कानपुर से आए कलाकारों ने शिव तांडव और भजनों से किया मंत्रमुग्ध।
- रातभर बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजा क्षेत्र।
- सुरक्षा के कड़े इंतजाम, प्रशासन और स्वयंसेवकों ने निभाई जिम्मेदारी।
उड़ीसा के वेदव्यास से यात्रा कर रहे हजारों कांवरिए जब सिमडेगा जिले के टुकुपानी पहुंचे, तो उनके स्वागत में भक्तिमय माहौल तैयार था। कांवरिया सेवा संघ सिमडेगा ने उनके उत्साहवर्धन के लिए भव्य आयोजन किया, जिसमें सांस्कृतिक और धार्मिक रंगों की छटा बिखरी रही।
कानपुर से आए कलाकारों ने शिव तांडव नृत्य और एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति से माहौल को पूरी तरह भक्ति में रंग दिया। मंच से गूंजते भजनों के बीच कांवरिए बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारों के साथ झूमते रहे। टुकुपानी का पूरा क्षेत्र शिव भक्ति के रंग में डूबा दिखा।
भक्ति और सुरक्षा का संतुलित संगम
कार्यक्रम में भव्य सजावट और डीजे की भक्ति धुनों ने वातावरण को दिव्य बना दिया। रंग-बिरंगे वस्त्रों में सजे कांवरिए नाचते-गाते रहे। आयोजन के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम किए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस बल और स्वयंसेवक लगातार सतर्क रहे और पूरे आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
न्यूज़ देखो: आस्था, अनुशासन और एकता का संदेश
यह आयोजन सिर्फ भक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक विरासत का भी संदेश देता है। कांवरियों की सेवा से लेकर सुरक्षा तक, हर स्तर पर की गई तैयारी ने यह साबित किया कि संगठन और सहयोग से कोई भी आयोजन यादगार बन सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आस्था को मजबूत बनाएं, मिलकर सद्भाव बनाए रखें
अब समय है कि हम सब धार्मिक आयोजनों में सहयोग और अनुशासन को बढ़ावा दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि भक्ति और भाईचारे का संदेश हर कोने तक पहुंचे।