गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र में बाना गांव निवासी 32 वर्षीय सुनील विश्वकर्मा की टेंपो पलटने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा बुधवार रात हुआ जब सुनील मेराल से अपने गांव लौट रहे थे। बाना हाई स्कूल के सामने सड़क पर बनाए गए अस्थायी ब्रेकर से उनका टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गया। टेंपो के नीचे दबने से सुनील की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
गरीबी में टूटा परिवार
सुनील विश्वकर्मा बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। एक साल पहले उन्होंने जमीन बेचकर टेंपो खरीदा था, जिससे परिवार का गुजारा चलता था। उनकी मौत ने परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। उनके परिवार में पत्नी कविता देवी, 11 वर्षीय बेटी रागिनी, 9 वर्षीय बेटी ज्योति, और 6 वर्षीय बेटा सत्यम हैं। सुनील का परिवार मिट्टी के खपरैल घर में रहता है, और उनकी मौत से पूरे परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है।
अस्थायी ब्रेकर बना हादसे की वजह
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाना हाई स्कूल के सामने सड़क पर मिट्टी और बिजली के पोल से बनाया गया अस्थायी ब्रेकर इस हादसे का कारण बना। उनका मानना है कि अगर यह ब्रेकर न बनाया गया होता, तो सुनील की जान बच सकती थी।
ब्रेकर्स की पृष्ठभूमि
उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाना के प्रधानाध्यापक आसिफ शेख ने बताया कि 6 नवंबर को एक छात्रा, चांदनी कुमारी, बाइक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इसके बाद ग्रामीणों और स्कूल प्रशासन ने सड़क पर ब्रेकर बनाने की मांग की थी। मांग पूरी न होने पर बिजली के पोल और मिट्टी डालकर अस्थायी ब्रेकर बनाए गए थे।
पुलिस की कार्रवाई
मेराल पुलिस ने गुरुवार सुबह मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेजा।
स्थायी समाधान की मांग
यह घटना सड़क सुरक्षा में लापरवाही और अस्थायी समाधानों की खतरनाक प्रवृत्ति को उजागर करती है। स्थानीय ग्रामीण और प्रशासन अब स्थायी और सुरक्षित ब्रेकर बनाने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासद घटनाओं को रोका जा सके।