
#गुमला #बाबाटांगीनाथधाम – श्रद्धालुओं की भीड़, बोल बम के जयकारे और समिति की सक्रियता ने सावन मास के पहले दिन को बनाया ऐतिहासिक
- सावन की पहली सोमवारी पर बाबा टांगीनाथ का विधिवत जलाभिषेक
- डुमरी के थाना प्रभारी और अंचलाधिकारी ने भी लिया भाग
- टांगीनाथ धाम विकास समिति ने की व्यवस्थाओं की देखरेख
- मंदिर परिसर में रही साफ-सफाई और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
- श्रद्धालुओं ने बाबा से मांगी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना
बाबा टांगीनाथ को अर्पित किया गया श्रद्धा का जल
डुमरी प्रखंड, गुमला स्थित ऐतिहासिक बाबा टांगीनाथ धाम में सावन मास की शुरुआत पर भव्य जलाभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुक्रवार को टांगीनाथ धाम विकास समिति के तत्वावधान में सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में भगवान शिव को जल अर्पण किया गया।
श्रद्धालुओं की आस्था, मंदिर की व्यवस्था और भक्तिमय माहौल ने इस आयोजन को विशेष बना दिया। मंदिर प्रांगण “बोल बम” के जयकारों से गूंजता रहा और शिवभक्तों ने विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कर अपने जीवन में सुख-शांति की कामना की।
प्रशासन भी रहा सक्रिय, अधिकारियों ने लिया भाग
इस धार्मिक आयोजन में डुमरी थाना प्रभारी श्री अनुज कुमार और डुमरी अंचल अधिकारी श्री रामप्रवेश कुमार विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और श्रावण मास के दौरान आने वाले कांवड़ियों व श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाओं का आश्वासन दिया।
समिति की सजगता बनी श्रद्धालुओं के लिए सहारा
टांगीनाथ धाम विकास समिति के सदस्यों ने साफ-सफाई, पेयजल, लाइन व्यवस्था, पूजा-सामग्री की उपलब्धता एवं सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। यह सुनिश्चित किया गया कि किसी श्रद्धालु को असुविधा न हो और पूजा कार्य निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो।
भक्ति और उल्लास से भरा रहा मंदिर परिसर
बाबा टांगीनाथ की भक्ति में डूबे श्रद्धालुओं ने गंगा जल, फूल, बेलपत्र, दूध व पंचामृत से शिवलिंग का जलाभिषेक किया। पूरे क्षेत्र का वातावरण शिवमय हो उठा, और श्रद्धालुओं में पूरे सावन भर बाबा की आराधना के लिए उत्साह देखा गया।

न्यूज़ देखो: श्रद्धा, सुरक्षा और सेवा का संगम
न्यूज़ देखो मानता है कि बाबा टांगीनाथ धाम न केवल गुमला जिले की आस्था का केंद्र है, बल्कि यह सावन मास के दौरान शिवभक्ति की एक मिसाल भी पेश करता है। प्रशासन और समिति की साझा जिम्मेदारी से यह आयोजन एक आदर्श बना।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिव की भक्ति से मिलती है शक्ति — और व्यवस्था से बनता है विश्वास
श्रद्धालुओं की सेवा और धाम की गरिमा बनाए रखने के लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करते रहना चाहिए। सावन के हर दिन को भक्ति, सुविधा और सुरक्षा का संगम बनाना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।