
#बिश्रामपुर #अटलस्मृतिसम्मेलन : आरसीआईटी कॉलेज में जन्म शताब्दी पर सुशासन और राष्ट्रवाद पर विचार मंथन।
बिश्रामपुर के आरसीआईटी कॉलेज परिसर में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर अटल स्मृति सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अटल जी के सुशासन, राष्ट्रवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों को आज के भारत के लिए प्रासंगिक बताया गया। यह आयोजन राजनीतिक मर्यादा और राष्ट्र निर्माण के संदेश के रूप में महत्वपूर्ण रहा।
- आरसीआईटी कॉलेज, नावाडीह कला में अटल स्मृति सम्मेलन का आयोजन।
- भाजपा प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित।
- सुशासन, राष्ट्रवाद और संवेदनशील राजनीति पर हुई चर्चा।
- अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजन।
- भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की बड़ी भागीदारी।
बिश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नावाडीह कला स्थित आरसीआईटी कॉलेज के सभागार में मंगलवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर अटल स्मृति सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। सम्मेलन की शुरुआत अटल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने अटल जी के विचार, उनके राजनीतिक जीवन और राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
सुशासन और राष्ट्रवाद के प्रतीक थे अटल बिहारी वाजपेयी
सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने कहा:
“अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि भारतीय राजनीति में सुशासन, संवेदनशीलता और राष्ट्रवाद के प्रतीक थे। उनके विचार और आदर्श आज भी हम सभी के लिए मार्गदर्शक हैं।”
उन्होंने कहा कि अटल जी ने राजनीति को सेवा, संवाद और सहमति का माध्यम बनाया। उनकी नीतियों में जहां राष्ट्रहित सर्वोपरि था, वहीं समाज के अंतिम व्यक्ति के प्रति भी गहरी संवेदना झलकती थी।
राजनीति को मर्यादा और विकास से जोड़ा : डॉ. ईश्वर सागर चंद्रवंशी
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य डॉ. ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने कहा:
“अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति को मर्यादा, संवाद और विकास से जोड़ा। देश की एकता और अखंडता के लिए उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
उन्होंने कहा कि अटल जी का नेतृत्व ऐसे समय में सामने आया, जब देश को स्थिर और दूरदर्शी शासन की आवश्यकता थी, जिसे उन्होंने पूरी निष्ठा से पूरा किया।
कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं अटल जी : अमित तिवारी
भाजपा जिलाध्यक्ष अमित तिवारी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन और संघर्ष सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
उन्होंने कहा:
“अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलकर ही हम राष्ट्र निर्माण के संकल्प को साकार कर सकते हैं।”
उनके अनुसार अटल जी की सादगी, विचारों की स्पष्टता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता आज के राजनीतिक वातावरण में और भी प्रासंगिक हो गई है।
सम्मेलन का सफल संचालन और व्यापक सहभागिता
कार्यक्रम का संचालन भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष अमरेश तिवारी ने किया। सम्मेलन में बिश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मौके पर राम लाला दुबे, डॉ. बी.पी. शुक्ला, नगर मंडल अध्यक्ष ज्वाला गुप्ता, अनुज चौधरी, सुनील कुमार चौधरी, सतीश कुमार, बबन राम, रजनीश चंद्रवंशी, सत्यनारायण सोनी, दामोदर यादव, संजय ठाकुर, अर्चना देवी सहित अनेक वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
अटल विचारधारा से जुड़ने का आह्वान
वक्ताओं ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की विचारधारा केवल भाजपा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक मार्गदर्शन है। सुशासन, राष्ट्रवाद, संवाद और लोकतांत्रिक मर्यादा जैसे मूल्य आज भी भारत को मजबूत बनाने में सहायक हैं।

न्यूज़ देखो: अटल विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक
अटल स्मृति सम्मेलन यह दर्शाता है कि भारतीय राजनीति में आज भी अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेतृत्व की आवश्यकता महसूस की जाती है। सुशासन और राष्ट्रहित पर आधारित उनकी राजनीति वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए प्रेरणा है। ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को राजनीतिक मूल्यों से जोड़ने का अवसर मिलता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
विचारों को जिंदा रखना ही सच्ची श्रद्धांजलि
अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों को आत्मसात कर ही एक सशक्त और समरस भारत का निर्माण संभव है। इस खबर पर अपनी राय साझा करें, लेख को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं और राष्ट्र निर्माण की सोच को आगे बढ़ाएं।





