
#Koderma #FinancialAwareness : “बचत से लेकर बीमा तक — गांव-गांव पहुंचा बैंकिंग ज्ञान”
- चंदवारा पश्चिम, चंदवारा पूर्व और भोंदो पंचायतों में आयोजित हुए वित्तीय जागरूकता शिविर।
- ग्रामीणों को दी गई जानकारी: बैंकिंग सेवाएं, बीमा सुरक्षा, डिजिटल लेनदेन और सरकारी योजनाएं।
- जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक विमलकांत झा ने किया शिविर का निरीक्षण और ग्रामीणों से सीधा संवाद।
- CFL टीम के नेतृत्व में श्री अभिनव सिंह, रत्नेश कुमार और राहुल दास ने संचालित किया सत्र।
- ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा — “जानकारी मिली, अब ठगी से बचेंगे और योजनाओं से जुड़ेंगे”।
गांव-गांव पहुंची बैंकिंग और बीमा की जानकारी
कोडरमा जिले के चंदवारा प्रखंड के चंदवारा पश्चिम, चंदवारा पूर्व और भोंदो पंचायतों में आज वित्तीय समावेशन विशेष अभियान के तहत वित्तीय जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया।
इसका उद्देश्य ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाएं, डिजिटल लेनदेन, बीमा सुरक्षा और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देना था।
ग्रामीणों ने जाना कैसे करें डिजिटल लेनदेन और बचें फ्रॉड से
भोंदो पंचायत में प्रशिक्षक राहुल दास ने सरल और व्यवहारिक भाषा में ग्रामीणों को समझाया कि कैसे ऑनलाइन फ्रॉड से बचा जाए, और कैसे डिजिटली पैसा भेजना, निकालना और ट्रांजैक्शन करना सुरक्षित होता है।
राहुल दास ने कहा:
“ध्यान रखें – ओटीपी कभी साझा न करें, बैंक कर्मचारी बनकर फोन करने वालों से सावधान रहें। जागरूकता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।”
हर पंचायत में संचालित हुए अलग-अलग वित्तीय सत्र
इन तीन पंचायतों में हुए शिविरों में CFL चंदवारा टीम के नेतृत्व में श्री अभिनव सिंह और श्री रत्नेश कुमार ने बचत, ऋण, बीमा और सरकार की विभिन्न योजनाओं पर सत्र संचालित किए।
लोगों को बताया गया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना जैसे साधन उनके आर्थिक भविष्य की सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं।
एलडीएम ने की समीक्षा, ग्रामीणों से की सीधी बातचीत
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक (LDM) श्री विमलकांत झा ने खुद इन शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने पंचायतवार समीक्षा की और ग्रामीणों से सीधा संवाद करते हुए योजनाओं की जमीनी जानकारी साझा की।
विमलकांत झा ने कहा:
“हमारी कोशिश है कि गांव के हर व्यक्ति को बैंकिंग और बीमा सुविधा मिले। जागरूकता के बिना योजना सफल नहीं हो सकती।”
ग्रामीणों में दिखा उत्साह, बोले — अब हम भी आत्मनिर्भर बनेंगे
इन शिविरों में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अब वे बैंकिंग और बीमा के महत्व को समझ पाए हैं।
कई लोगों ने फॉर्म भरकर बीमा योजना से जुड़ने की प्रक्रिया भी शुरू की।
एक ग्रामीण प्रतिभागी ने कहा:
“पहले हमें पता ही नहीं था कि 12 रुपये में बीमा होता है। अब हम सब योजना से जुड़ेंगे।”

न्यूज़ देखो: जागरूकता ही आर्थिक स्वावलंबन की कुंजी
न्यूज़ देखो मानता है कि सही जानकारी और मार्गदर्शन ही ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बना सकता है।
सरकार की योजनाएं तभी प्रभावी होंगी जब जनता तक उसकी पूरी जानकारी पहुंचे और उसे अपनाने में कोई तकनीकी या समझ की बाधा न हो।
CFL जैसी टीमों और LDM कार्यालय की इस तरह की पहल समाज के अंतिम व्यक्ति को भी सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होती है।
चलिए मिलकर बनाएं जागरूक गांव, सशक्त देश
यदि आपके गांव में ऐसा शिविर हुआ है या होने वाला है, तो वहां जरूर पहुंचे।
बचत, बीमा और बैंकिंग का ज्ञान ही ठगी से रक्षा करता है और भविष्य को सुरक्षित बनाता है।
“न्यूज़ देखो” का एक ही उद्देश्य — हर गांव, हर व्यक्ति तक पहुंचे जागरूकता की रौशनी।