
#सिमडेगा #वनजागरूकता : प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय बानो में मानव–हाथी संघर्ष, वनाग्नि रोकथाम और वन संरक्षण पर विशेष कार्यक्रम आयोजित
- कार्यक्रम वन विभाग बानो की ओर से आयोजित।
- मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य बिरजो कंडुलना रहे।
- छात्राओं ने भाषण, निबंध, वाद–विवाद, चित्रांकन प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
- अधिकारियों ने हाथी से बचाव, वनाग्नि नियंत्रण और पेड़ लगाने की अपील की।
- हमर हाथी ऐप से हाथियों की गतिविधि की जानकारी उपलब्ध।
प्रखंड क्षेत्र के प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय बानो में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बानो की ओर से मानव–हाथी द्वंद, वनाग्नि नियंत्रण और वन संरक्षण पर आधारित जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं, शिक्षकों और स्थानीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विभाग की ओर से बताया गया कि जंगली हाथियों की बढ़ती गतिविधि को देखते हुए ग्रामीणों और छात्रों को अधिक सतर्क और जागरूक किए जाने की आवश्यकता है।
अतिथियों की उपस्थिति और संदेश
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य बिरजो कंडुलना तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी नईमुद्दीन अंसारी, बानो थाना प्रभारी मानव मयंक, वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अभय कुमार, मुखिया विश्वनाथ बड़ाइक और विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजय कुलदीप किंडो उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने पर्यावरण और वन संरक्षण के महत्व पर विस्तार से अपने विचार रखे।
जिला परिषद सदस्य बिरजो कंडुलना ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम स्थानीय समुदाय को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने अनावश्यक पेड़ कटाई, मृदा क्षरण और वन्य जीवों को होने वाले नुकसान को रोकने की अपील की।
वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अभय कुमार ने कहा कि हाथियों के आवागमन के दौरान सतर्क रहना, वनाग्नि से बचाव और वनों के संरक्षण को लेकर जागरूकता ही सुरक्षित पर्यावरण की कुंजी है।
बीडीओ नईमुद्दीन अंसारी ने कहा कि वन भूमि को 33% तक लाने के लक्ष्य के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बिरसा हरित आम बागवानी योजना के तहत लगातार वृक्षारोपण किया जा रहा है।
थाना प्रभारी मानव मयंक ने जंगली हाथियों के नजदीक न जाने, वन उत्पाद न जलाने और किसी भी खतरे की स्थिति में तुरंत विभाग को सूचित करने की अपील की।
मुखिया विश्वनाथ बड़ाइक ने वन एवं पर्यावरण को बचाने को सामाजिक जिम्मेदारी बताया।

प्रतियोगिताओं में दिखी छात्राओं की प्रतिभा
कार्यक्रम के दौरान भाषण, निबंध, वाद–विवाद और चित्रांकन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
- भाषण प्रतियोगिता: पम्मी कुमारी, निर्मला कुमारी, शहर परवीन
- निबंध प्रतियोगिता: आशा मुंडू, ज्योति कुमारी, पम्मी कुमारी
- वाद–विवाद: पूजा कुमारी, अनुभा मुंडू, पिंकी कुमारी
- चित्रांकन: सृष्टि समद, शहर परवीन, पिंकी कुमारी
इन सभी छात्राओं ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रधानाध्यापक संजय कुलदीप किंडो ने छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के महत्व की विस्तृत जानकारी दी। वन कर्मियों ने बताया कि हमर हाथी ऐप की मदद से ग्रामीण अपने क्षेत्र में हाथियों की गतिविधि की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम संचालन और सफल आयोजन
कार्यक्रम का संचालन वनपाल सुरेश टेटे, वनकर्मी मनीष कुमार और शिक्षक अश्विनी वैश्नव ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वन विभाग के कर्मियों, विद्यालय के शिक्षकों, प्रबंधन समिति के सदस्यों और गृह रक्षक बल के जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

न्यूज़ देखो: प्रकृति बचाने का संकल्प ही सुरक्षित भविष्य की नींव
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