
#मेदिनीनगर #विश्वजनसंख्यादिवस : जनसंख्या नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की पहल — एमएमसीएच में सिविल सर्जन, एसडीओ और अस्पताल प्रबंधन की उपस्थिति में आयोजित हुआ कार्यक्रम
- एमएमसीएच परिसर में विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया
- परिवार नियोजन पखवाड़े की भी हुई शुरुआत, लक्ष्यों की हुई घोषणा
- सिविल सर्जन डॉ अनिल श्रीवास्तव ने जनसंख्या नियंत्रण को सामूहिक जिम्मेदारी बताया
- सदर एसडीओ सुलोचना मीणा ने सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की
- पखवाड़े में 74 पुरुष नसबंदी व 1104 महिला बंध्याकरण का लक्ष्य निर्धारित
- 7 लाख 94 हजार 665 कंडोम वितरित करने का भी लक्ष्य तय
एमएमसीएच में दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
विश्व जनसंख्या दिवस 2025 के अवसर पर शुक्रवार को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमएमसीएच) परिसर में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव, सदर एसडीओ सुलोचना मीणा, एमएमसीएच के सुपरिटेंडेंट और प्रिंसिपल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी, सहिया, एएनएम व स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान परिवार नियोजन से जुड़े कई आंकड़े और योजनाएं साझा की गईं, जिससे लोगों को जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में जागरूक किया जा सके।
जनसंख्या वृद्धि पर जताई चिंता, परिवार नियोजन को बताया आवश्यक
सिविल सर्जन डॉ अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि देश और राज्य में तेजी से बढ़ती जनसंख्या चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, “हमें खुद भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और दूसरों को भी जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूक करना चाहिए।” उन्होंने परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि इससे समाज और परिवार दोनों को संतुलित रखा जा सकता है।
सिविल सर्जन डॉ अनिल श्रीवास्तव ने कहा: “जनसंख्या नियंत्रण पर सिर्फ सरकार की नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी बनती है। हम सबको एकजुट होकर जनजागरूकता बढ़ानी होगी।”
एसडीओ ने की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने की अपील
सदर एसडीओ सुलोचना मीणा ने कहा कि सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के लिए सुदृढ़ योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक पहुंचना है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान को स्वस्थ समाज की आधारशिला बताया।
सुलोचना मीणा ने कहा: “हर व्यक्ति तक जनसंख्या स्थिरीकरण का संदेश पहुंचाना जरूरी है। हम सब मिलकर समाज को बेहतर बना सकते हैं।”
तय किए गए महत्वपूर्ण लक्ष्य
कार्यक्रम के दौरान परिवार नियोजन पखवाड़े (11-24 जुलाई) के तहत तय किए गए महत्वपूर्ण लक्ष्य भी साझा किए गए:
- 74 पुरुषों की नसबंदी
- 1104 महिलाओं का बंध्याकरण
- 2943 IUCD इंस्टॉलेशन
- 3679 अंतरा इंजेक्शन
- 44148 ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स (OCP)
- 11773 छाया टैबलेट
- 7,94,665 कंडोम का वितरण लक्ष्य
इन लक्ष्यों को जिला स्वास्थ्य समिति, डीआरसीएचओ, और स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम मिलकर हासिल करने की दिशा में जुटी है।
सामूहिक प्रयासों से होगा सामाजिक बदलाव
कार्यक्रम के अंत में एमएमसीएच के सुपरिटेंडेंट और प्रिंसिपल ने सभी लोगों से इस अभियान को घर-घर तक पहुंचाने की अपील की और कहा कि स्वस्थ समाज की कल्पना, संतुलित जनसंख्या के बिना संभव नहीं। उन्होंने उपस्थित सभी स्वास्थ्यकर्मियों से लक्ष्य को समय पर पूरा करने का आग्रह किया।
न्यूज़ देखो: जनसंख्या नियंत्रण की ओर ठोस पहल
न्यूज़ देखो इस कार्यक्रम को जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण जनजागरूकता अभियान के रूप में देखता है। परिवार नियोजन पखवाड़ा के तहत तय किए गए लक्ष्य यह दर्शाते हैं कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में गंभीर प्रयास कर रहे हैं।
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