
#खूँटी #जागरूकता_अभियान : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में महिला सुरक्षा, अधिकार व स्वास्थ्य पर WCSF ने दिया व्यापक प्रशिक्षण
- WCSF CharitySpirit Foundation ने आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम।
- प्रियंका कुमारी और गंगा पुरन ने सुरक्षा व स्वास्थ्य पर प्रशिक्षण दिया।
- महिला अधिकार, कानूनी सहायता, हेल्पलाइन पर छात्राओं को जागरूक किया गया।
- कैंसर जागरूकता, स्वच्छता, पोषण पर विस्तृत जानकारी दी गई।
- छात्राओं ने खुलकर सवाल पूछे, कार्यक्रम की विद्यालय प्रशासन ने सराहना की।
खूँटी जिले के अड़की प्रखंड स्थित P.M SHARE कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में आयोजित यह जागरूकता कार्यक्रम WCSF CharitySpirit Foundation की बढ़ती ग्रामीण सामाजिक भूमिका को प्रभावी रूप से दर्शाता है। कार्यक्रम में छात्राओं और महिलाओं को सुरक्षा, कानून, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता जैसे जीवनोपयोगी विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। फाउंडेशन के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर प्रियंका कुमारी और गंगा पुरन ने पूरे आयोजन को नेतृत्व देते हुए इसे सार्थक और प्रभावी बनाया।
महिला सुरक्षा, अधिकार और कानून पर गहन जानकारी
सत्र के दौरान गंगा पुरन ने छात्राओं को महिला सुरक्षा, अधिकारों और कानूनी प्रावधानों की महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जागरूकता और आत्मविश्वास किसी भी खतरे के खिलाफ सबसे पहली सुरक्षा कवच है। घरेलू हिंसा, मानसिक उत्पीड़न, साइबर अपराध, छेड़छाड़, लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दों पर विस्तार से बताते हुए उन्होंने छात्रों को हेल्पलाइन नंबरों और सरकारी सहायता योजनाओं से भी अवगत कराया।
गंगा पुरन की प्रस्तुति ने यह स्पष्ट किया कि WCSF समाज में सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने के मिशन पर गंभीरता से काम कर रहा है।
स्वास्थ्य जागरूकता को मिला नया आयाम
कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में प्रियंका कुमारी ने छात्राओं को स्वास्थ्य से जुड़े गंभीर मुद्दों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने यूट्रेस, सर्वाइकल और स्तन कैंसर जैसे रोगों के लक्षण, शुरुआती पहचान और रोकथाम के उपाय सरल भाषा में समझाए।
नियमित जांच, स्वच्छता, संतुलित आहार और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल पर विशेष जोर देकर प्रियंका कुमारी ने स्वास्थ्य शिक्षा को प्रभावी और उपयोगी बनाया। यह प्रयास WCSF की ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुधार की दिशा में ठोस पहल की ओर संकेत करता है।
छात्राओं की सक्रिय भागीदारी बनी कार्यक्रम की विशेषता
सत्र के दौरान छात्राएँ खुलकर सवाल पूछती रहीं और फाउंडेशन की प्रशिक्षकों ने हर प्रश्न का संयमित व स्पष्ट उत्तर दिया। इससे यह स्पष्ट हुआ कि कार्यक्रम केवल एक औपचारिकता नहीं था, बल्कि छात्राओं के भीतर वास्तविक जागरूकता और समझ पैदा करने में सफल रहा।
विद्यालय प्रशासन ने भी कार्यक्रम को जीवनोपयोगी बताते हुए कहा कि ऐसी जानकारियाँ छात्राओं के भविष्य को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में मददगार होंगी।
ग्रामीण समाज में WCSF की बढ़ती विश्वसनीयता
इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि WCSF CharitySpirit Foundation केवल जागरूकता कार्यक्रम आयोजित नहीं करता, बल्कि ग्रामीण समाज में वास्तविक परिवर्तन लाने की दिशा में निरंतर और प्रभावी प्रयास कर रहा है। महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य, अधिकार और आत्मनिर्भरता पर फाउंडेशन की पहल से स्थानीय समुदाय में सकारात्मक बदलाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
न्यूज़ देखो: जमीनी बदलाव की मिसाल बन रहा है WCSF का जागरूकता मॉडल
खूँटी में हुआ यह कार्यक्रम दिखाता है कि जब संगठन वास्तविक नीयत के साथ गांवों में उतरते हैं, तो परिवर्तन केवल शब्द नहीं, बल्कि अनुभव बनकर सामने आता है। WCSF ने साबित किया है कि सतही कार्यक्रमों से आगे बढ़कर जब सशक्तिकरण को जमीनी रूप दिया जाता है, तभी समाज में स्थायी बदलाव आता है।
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महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य और अधिकारों की जानकारी केवल शिक्षा नहीं—जीवन रक्षा का आधार है। आइए ऐसे अभियानों को समर्थन देकर अपने समाज को और अधिक सुरक्षित व जागरूक बनाएं।
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