
#हैदरनगर #स्थापनादिवसरजतजयंती : लैंगिक समानता, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामाजिक सुधार को लेकर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम।
- हैदरनगर प्रखंड के दोनों संकुल संगठनों के तहत 42 ग्राम संगठनों में विशेष कार्यक्रम।
- जेएसएलपीएस के अधिकारी सुरेन्द्र कुमार, निशांत कुमार, धर्मेंद्र कुमार, जयराम प्रजापति सहित कैडर मौजूद।
- लैंगिक समानता, बाल विवाह, डायन-बिसाही उन्मूलन पर जेंडर शपथ दिलाई गई।
- स्वास्थ्य एवं पोषण को बढ़ावा देने हेतु स्वास्थ्य शपथ और दस-सूत्र पालन का संकल्प दोहराया गया।
- झारखंड की 25 वर्ष की विकास यात्रा और भविष्य के सुधार पर महिलाओं ने चर्चा की।
- सीआईएफ व बैंक ऋण की शत-प्रतिशत वापसी और कमजोर परिवारों को आजीविका से जोड़ने की रणनीति साझा।
- अंत में श्रेष्ठ तीन स्वयं सहायता समूह और उत्कृष्ट कैडर को सम्मानित किया गया।
झारखंड राज्य के 25वें स्थापना दिवस की रजत जयंती के अवसर पर हैदरनगर प्रखंड में जागरूकता और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने वाला व्यापक कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रखंड के दोनों संकुल संगठनों के अंतर्गत कुल 42 ग्राम संगठनों में एक साथ विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की गईं। इन कार्यक्रमों का नेतृत्व जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक सुरेन्द्र कुमार ने किया, जबकि सीसी निशांत कुमार, धर्मेंद्र कुमार, जयराम प्रजापति, आईपीआरपी सत्येंद्र कुमार और रेखा देवी सहित अन्य कैडर भी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
जागरूकता की शुरुआत जेंडर शपथ से
कार्यक्रम की शुरुआत लैंगिक समानता को बढ़ावा देने वाली जेंडर शपथ से की गई। इसमें बाल विवाह, डायन-बिसाही, महिला हिंसा और सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का संकल्प सभी समूहों ने दोहराया। साथ ही स्वास्थ्य एवं पोषण के महत्व को रेखांकित करने के लिए स्वास्थ्य शपथ भी दिलाई गई।
गठन से रजत जयंती तक विकास पर चर्चा
बैठकों में झारखंड के गठन से अब तक की 25 वर्षों की विकास यात्रा पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ। महिलाओं ने कहा कि आने वाले पाँच वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आजीविका के क्षेत्र में अधिक सुधार की उम्मीद है। समूहों ने संगठन संचालन में पारदर्शिता बनाए रखने हेतु दस-सूत्र का पालन सुनिश्चित करने का संकल्प फिर से लिया।
आजीविका योजनाओं से जोड़ने पर जोर
कार्यक्रम में सीआईएफ एवं बैंक ऋण की शत-प्रतिशत वापसी को सुनिश्चित करने की रणनीति साझा की गई। इसके साथ ही महिला प्रधान, विधवा और अति गरीब परिवारों को विभिन्न आजीविका योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया और संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। बैठकों में खाद्य सुरक्षा, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता (वॉश) के मुद्दों को प्राथमिकता दी गई।
उत्कृष्ट समूहों और कैडर को सम्मान
कार्यक्रम के अंत में सर्वश्रेष्ठ तीन स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया गया। साथ ही उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडर को भी प्रशस्ति देकर प्रोत्साहित किया गया। यह सम्मान समारोह महिलाओं की प्रतिबद्धता और सामुदायिक विकास में उनकी भागीदारी को सशक्त करने वाला कदम साबित हुआ।
न्यूज़ देखो: रजत जयंती पर जागरूकता कार्यक्रम—महिला सशक्तिकरण की मजबूत दिशा
झारखंड स्थापना दिवस पर आयोजित यह व्यापक कार्यक्रम महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने की महत्वपूर्ण पहल है। सामूहिक संकल्प और जागरूकता ही गांवों के सतत विकास का आधार बन सकती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सामूहिक संकल्प से ही संभव है मजबूत समाज का निर्माण
गांवों में जागरूकता कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि बदलाव की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है। अब समय है कि हम सभी शिक्षा, स्वच्छता और समानता के संदेश को आगे बढ़ाकर समाज को और मजबूत बनाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि जागरूकता और बढ़े।





