
#डंडई #सुरक्षा_जागरूकता : थाना प्रभारी ने छात्राओं को साइबर और सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण नियम समझाए तथा मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया
- डंडई थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने कस्तूरबा विद्यालय में विस्तृत जागरूकता कार्यक्रम किया।
- छात्राओं को साइबर सुरक्षा, OTP fraud, ऑनलाइन लिंक, और रोड सेफ्टी नियमों पर मार्गदर्शन दिया।
- वार्डन तनुजा कुमारी ने छात्राओं से सुरक्षा सीखों को जीवन में अपनाने का आग्रह किया।
- कार्यक्रम में मेधावी छात्राओं पूनम कुमारी और अंजली कुमारी को सम्मानित किया गया।
- विद्यालय टीम के सभी सदस्य कार्यक्रम में मौजूद रहे और पहल की सराहना की।
डंडई, गढ़वा में 27 नवंबर 2025 को कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में साइबर अपराध और सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण जागरूकता एवं सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिले में बढ़ते साइबर फ्रॉड और सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए डंडई थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने छात्राओं के बीच विस्तृत जानकारी साझा की। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधन, शिक्षिकाएँ और छात्राएँ बड़ी संख्या में मौजूद थीं। इस आयोजन का उद्देश्य छात्राओं को सुरक्षा की बुनियादी समझ देना और उन्हें डिजिटल एवं वास्तविक जीवन में सतर्क रहने के लिए प्रेरित करना था।
साइबर सुरक्षा पर विस्तृत जानकारी
थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी ने छात्राओं को समझाया कि आधुनिक समय में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि अनजान नंबरों से आए लिंक पर क्लिक करना, OTP साझा करना या ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड में फँस जाना, बड़ी हानियों का कारण बन सकता है।
अनिमेष शांतिकारी ने कहा: “एक छोटी सी गलती भी साइबर अपराधियों के लिए दरवाजा खोल सकती है। सावधानी ही सुरक्षा है।”
उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें तथा किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखाई देने पर तुरंत अभिभावक या नजदीकी पुलिस अधिकारी को सूचित करें।
सड़क सुरक्षा के नियमों पर विशेष बल
सड़क सुरक्षा पर बात करते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि सड़क दुर्घटनाएँ अक्सर लापरवाही का परिणाम होती हैं। उन्होंने छात्राओं से हेलमेट पहनने, सड़क पार करते समय नियमों का पालन करने और वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह देने की अपील की। उन्होंने समझाया कि सड़क सुरक्षा केवल वाहन चलाने वालों की ही जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पैदल यात्रियों की भी उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
वार्डन तनुजा कुमारी ने छात्राओं को दिया प्रेरक संदेश
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की वार्डन तनुजा कुमारी ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा:
तनुजा कुमारी ने कहा: “प्रभारी सर ने जो बातें बताई हैं, वे केवल सुनने के लिए नहीं हैं। इन्हें अपने जीवन में उतारें और सुरक्षित रहें।”
उन्होंने छात्राओं से यह वादा लेने की बात कही कि वे साइबर तथा सड़क सुरक्षा से जुड़े हर नियम का ईमानदारी से पालन करेंगी और दूसरों को भी जागरूक करेंगी।
मेधावी छात्राओं का सम्मान
ज्ञान और जागरूकता के इस कार्यक्रम के बाद दो छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
- विद्यालय टॉपर पूनम कुमारी को सम्मान पत्र और शुभकामनाएँ प्रदान की गईं।
- अंजली कुमारी (11वीं) को “बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर” के सम्मान से नवाज़ा गया।
थाना प्रभारी ने दोनों छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और अन्य छात्राओं से भी शिक्षा, अनुशासन और जागरूकता में आगे बढ़ने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग
इस कार्यक्रम में थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी, वार्डन तनुजा कुमारी, अकाउंटेंट रौशनी कुमारी, साइंस लैब असिस्टेंट ऋण कुमारी, शिक्षिकाएँ कुमारी पूनम, सोनम कुमारी, नीतू कुमारी, कविता, तथा अन्य प्रतिनिधि नंद कुमार यादव, सतीश कुमार यादव, राजू कुमार ठाकुर उपस्थित रहे।
विद्यालय प्रबंधन ने थाना प्रभारी की इस पहल की सराहना की और इसे छात्राओं के सर्वांगीण विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।

न्यूज़ देखो: छात्राओं की सुरक्षा के लिए सराहनीय पहल
डंडई कस्तूरबा विद्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम दिखाता है कि पुलिस प्रशासन अब केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। साइबर अपराध और सड़क सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बच्चों को समझाना बेहद जरूरी है, क्योंकि यही आने वाले समाज की जिम्मेदार नागरिक बनेंगी। ऐसे कार्यक्रमों से पुलिस और समाज के बीच सकारात्मक दूरियाँ घटती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूकता से ही सुरक्षित भविष्य
छात्राओं जैसी नई पीढ़ी को सही समय पर सही जानकारी मिलना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि सुरक्षा की नींव जागरूकता से ही बनती है। साइबर अपराध और सड़क दुर्घटनाएँ जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती हैं, इसलिए इनसे बचाव की शिक्षा विद्यालय स्तर पर मिलना एक सकारात्मक कदम है। अब समय है कि हर माता-पिता, शिक्षक और नागरिक मिलकर बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और उन्हें सावधान रहने के लिए प्रेरित करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को ज्यादा से ज्यादा साझा करें और जागरूकता बढ़ाने में अपना योगदान दें।





