
#कोलेबिरा #स्वास्थ्य_शिविर : लसिया में आयोजित आयुष ऑस्टियो-अर्थराइटिस एवं मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने लिया लाभ
- लसिया बाजार टांड़ में आयुष विभाग द्वारा प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित।
- शिविर डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देशानुसार सम्पन्न हुआ।
- डॉ. मनोज कुमार और डॉ. अरविंद विश्वकर्मा के नेतृत्व में 140 मरीजों की जांच।
- होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक पद्धति से मुफ्त दवा वितरण।
- घुटना दर्द, कमर दर्द, सायटिका, गठिया, गैस व पेट दर्द सहित अनेक रोगों का उपचार।
- शिविर संचालन में योग शिक्षक राजू राम, शौरभ बड़ाइक, रूपा कुमारी, सहिया व सहयोगियों की सक्रिय भूमिका।
कोलेबिरा प्रखंड के लसिया बाजार टांड़ में शुक्रवार को आयुष विभाग द्वारा आयोजित प्रखंड स्तरीय ऑस्टियो-अर्थराइटिस एवं मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य शिविर में ग्रामीणों की भारी भागीदारी देखने को मिली। शिविर का आयोजन आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देशानुसार किया गया।
होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दोनों चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से भारी संख्या में ग्रामीणों की जांच और उपचार किया गया, जिससे लोगों को तुरंत राहत भी मिली।
शिविर में विभिन्न रोगों की जांच और उपचार
आयुष चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार व डॉ. अरविंद विश्वकर्मा की निगरानी में शिविर का संचालन किया गया। दोनों चिकित्सकों ने कुल 140 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की और निर्धारित आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक दवाओं का निःशुल्क वितरण किया।
जिन प्रमुख रोगों की जांच और उपचार किया गया, उनमें शामिल हैं—
- घुटना दर्द
- कमर दर्द
- सायटिका
- गठिया
- गैस
- पेट दर्द
- मस्कुलोस्केलेटल विकार
इन बीमारियों से पीड़ित रोगियों ने आयुष उपचार पद्धति में भरोसा जताते हुए बताया कि उन्हें शिविर में तुरंत राहत महसूस हुई।
सहयोगियों की भूमिका और शिविर का सुचारू संचालन
शिविर को सफल बनाने में कई कर्मियों व सहयोगियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इनमें विशेष रूप से
योग शिक्षक राजू राम,
शौरभ बड़ाइक,
रूपा कुमारी,
सहिया ममता देवी,
सुशिला बिलूंग,
संगीता देवी,
कुंवारी केरकेट्टा,
और सफाई कर्मी दाया मनी बागे
की सक्रिय भागीदारी शामिल रही।
इन सभी के संयुक्त प्रयास से शिविर में आए ग्रामीणों को बिना किसी अव्यवस्था के चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं।
आयुष विभाग की पहल और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
आयुष विभाग द्वारा आयोजित यह स्वास्थ्य शिविर ग्रामीणों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ।
कई मरीजों ने बताया कि उन्हें अक्सर ऐसे रोगों की शिकायत रहती है, लेकिन दूर रहने के कारण समय पर इलाज नहीं मिल पाता। शिविर ने उन्हें न सिर्फ उपचार उपलब्ध कराया, बल्कि दवाएं भी निःशुल्क देकर आर्थिक बोझ कम किया।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने का सराहनीय प्रयास
लसिया बाजार टांड़ में आयोजित आयुष स्वास्थ्य शिविर यह संदेश देता है कि यदि स्वास्थ्य सेवाएँ गांवों तक पहुंचें, तो बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो सकते हैं। ऑस्टियो-अर्थराइटिस और मस्कुलोस्केलेटल समस्याएँ ग्रामीण क्षेत्रों में आम हैं, और ऐसे शिविर लोगों को राहत दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। विभाग की इस पहल से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और भरोसा दोनों मजबूत हुए हैं।
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स्वस्थ गांव–मजबूत समाज: जागरूकता ही है पहली दवा
गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता तभी सार्थक होती है जब लोग समय पर जांच और उपचार कराएं।
लसिया जैसी पहलें बताती हैं कि सामूहिक प्रयास और सरकारी योजनाएँ मिलकर एक मजबूत स्वास्थ्य तंत्र खड़ा कर सकती हैं।





