
#सिमडेगा #स्वास्थ्य_शिविर : प्रखण्ड स्तर पर आयोजित आयुष स्वास्थ्य शिविर में दर्जनों मरीजों का उपचार
- ग्राम सोड़ा में आयुष चिकित्सक डॉ. जावेद आलम के नेतृत्व में 120 मरीजों का परीक्षण और निःशुल्क दवा वितरण।
- गठिया, घुटना दर्द, कमर दर्द, सायटिका, गैस और पेट दर्द जैसी बीमारियों का उपचार किया गया।
- ग्राम पबुड़ा में डॉ. इरफान आलम के नेतृत्व में 38 मरीजों की जांच और दवा वितरण।
- शिविर में योग शिक्षक गिरधारी सिंह, सुबांति कंडुलना, पार्वती नाग और कांति टेटे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को निःशुल्क और सुरक्षित आयुष चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई।
बानो प्रखंड के ग्राम सोड़ा और पबुड़ा में शनिवार को आयुष स्वस्थ शिविर का आयोजन किया गया। यह प्रखंड स्तरीय कैंप ऑस्टियोआर्थराइटिस और मस्कुलोस्केलेटल विकारों के निदान हेतु आयोजित किया गया। सोड़ा गाँव में आयुष पद्धति के अंतर्गत होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली के माध्यम से कुल 120 मरीजों की जांच की गई और निःशुल्क दवाइयाँ वितरित की गई।
शिविर में रोगियों का उपचार और जागरूकता
स्वास्थ्य शिविर में घुटना दर्द, कमर दर्द, सायटिका, गठिया, गैस और पेट दर्द सहित अन्य रोगों की जांच और उपचार किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे शिविरों से उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली आयुष चिकित्सा सेवा सस्ती और सहज तरीके से मिल रही है।
प्रमुख सहयोगी और योगदान
स्वास्थ्य शिविर के सफल संचालन में योग शिक्षक गिरधारी सिंह, सुबांति कंडुलना और सहिया पार्वती नाग की सक्रिय भूमिका रही। वहीं पबुड़ा गाँव में आयोजित शिविर में 38 मरीजों का इलाज किया गया और निःशुल्क दवाइयाँ वितरित की गई। सहिया कांति टेटे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे और उन्होंने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया।

न्यूज़ देखो: ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा में आयुष शिविर की अहमियत
यह स्वास्थ्य शिविर दिखाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष चिकित्सा प्रणाली से रोगियों को सस्ती और प्रभावी स्वास्थ्य सेवा मिल सकती है। ऐसे शिविर न केवल बीमारियों का उपचार करते हैं, बल्कि ग्रामीणों में स्वास्थ्य जागरूकता भी बढ़ाते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वास्थ्य सेवा में सहभागिता और जागरूकता बढ़ाएँ
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