#बाबूलालमरांडी #धोतीसाड़ी_योजना – नेता प्रतिपक्ष का सीधा आरोप : गरीबों की बजाय बाजार में बिक रही हैं सरकारी धोती-साड़ियां
- बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार पर धोती-साड़ी योजना में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
- कहा, खुले बाजार में बेची जा रही हैं गरीबों के लिए खरीदी गई धोती-साड़ियां
- योजना को हेमंत सोरेन ने बताया था ड्रीम प्रोजेक्ट, अब सवालों के घेरे में
- भाजपा नेता ने ACB से बिचौलियों पर कार्रवाई की मांग की
- चेतावनी : कार्रवाई नहीं हुई तो ईडी-सीबीआई की एंट्री तय
‘गरीबों की योजनाएं बन गईं दलालों की कमाई का जरिया’
रांची। झारखंड की राजनीति में शुक्रवार को नया तूफान तब आया जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि यह योजना गरीबों तक पहुंचने की बजाय खुले बाजार में बिचौलियों के जरिये बेची जा रही है, जो कि सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला है।
सरकारी कपड़े, खुले बाजार में
मरांडी ने बताया कि इन धोती-साड़ियों पर स्पष्ट रूप से अंकित है कि यह झारखंड सरकार के लिए विशेष रूप से बनाई गई हैं और इन्हें बेचा नहीं जा सकता। इसके बावजूद, राज्य भर के बाजारों में यह कपड़े खुलेआम बिक रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि योजना में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने इसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ड्रीम योजना बताते हुए कटाक्ष किया कि अब यह ‘घोटाले’ का प्रतीक बन गई है।
एसीबी को कार्रवाई का निर्देश दें मुख्यमंत्री : भाजपा
मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपने ‘दिहाड़ी डीजीपी’ को निर्देश देने की मांग की है ताकि एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर सके। उन्होंने कहा कि अगर अभी बिचौलियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आगे चलकर ईडी और सीबीआई की भी एंट्री हो सकती है।
“अगर जल्दी कार्रवाई नहीं हुई तो आप मुंह छिपाकर भागते फिरेंगे,”
– बाबूलाल मरांडी, भाजपा नेता
न्यूज़ देखो का मानना है कि जनकल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी अत्यंत आवश्यक है। यदि वाकई गरीबों के लिए बनी योजनाओं का लाभ बिचौलियों तक सीमित रह जाए तो यह लोकतंत्र और सामाजिक न्याय दोनों के लिए खतरा है। इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच होनी चाहिए ताकि जनता का भरोसा कायम रह सके।
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