
#गुमला #NH23हादसा | टायर फटने से पिकअप पलटी, छात्र की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश
- गुमला के कुसुंबाहा मोड़ के पास हुआ दर्दनाक सड़क हादसा
- 14 वर्षीय विवेक लोहरा की पिकअप वाहन से दबकर मौत
- बीएसएनएल टावर का सोलर उपकरण ले जा रहा था पिकअप
- ग्रामीणों ने शव के साथ एनएच-23 किया जाम, मुआवजे की मांग
- थानेदार व अंचल कर्मी ने पीड़ित को दी तात्कालिक मदद राशि
हादसे में उजड़ गया एक घर, स्कूल जा रहे छात्र की गई जान
गुमला जिला के एनएच-23 पर कुसुंबाहा मोड़ के समीप उस समय कोहराम मच गया जब बीएसएनएल टावर का सामान ले जा रही पिकअप वैन पलट गई और स्कूल जा रहे 14 वर्षीय छात्र विवेक लोहरा की मौके पर ही मौत हो गई।
बाइक पर स्कूल जा रहे थे पिता-पुत्र
भगत टोली गांव निवासी विनोद लोहरा अपने बेटे विवेक को बाइक से स्कूल छोड़ने रांची की ओर जा रहे थे। उसी वक्त सामने से तेज़ गति में आ रही पिकअप वैन का टायर फटा, और वह अनियंत्रित होकर बाइक को चपेट में लेते हुए पलट गई।
“वाहन के नीचे दबा बच्चा, पिता दूर जा गिरे… आस-पास के लोगों ने बाहर निकाला लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी,”
– प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग बच्चे को वाहन से निकालकर अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पिकअप का ड्राइवर फरार हो गया।
रोष में ग्रामीणों ने शव के साथ किया सड़क जाम
मासूम की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को NH-23 पर रखकर सड़क जाम कर दी। करीब आधे घंटे तक यातायात ठप रहा और ग्रामीण मुआवजे और सरकारी मदद की मांग करते रहे।
प्रशासन की ओर से पहुंची टीम, दी गई सहायता राशि
मामले की सूचना मिलते ही थानेदार कंचन प्रजापति और अंचल कर्मचारी बलराम भगत मौके पर पहुंचे। उन्होंने सीओ के निर्देश पर पीड़ित परिवार को ₹10,000 की तत्काल सहायता राशि दी।
“हमारे बच्चे की मौत हो गई, ₹10 हजार से क्या होगा? हमें मुआवजा, नौकरी और अबुआ आवास की जरूरत है,”
– ग्रामीणों का ज्ञापन
ग्रामीणों की मांगें:
- 10 लाख रुपये मुआवजा
- अबुआ आवास योजना का लाभ
- पीड़ित परिजन को सरकारी नौकरी
न्यूज़ देखो – सड़क सुरक्षा सिर्फ कानून से नहीं, संवेदनशीलता से आती है
एक मासूम की जान, पिता की बेबसी और प्रशासन की सीमित राहत… इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हमारे सड़कों पर केवल वाहन नहीं चलते, भावनाएं भी कुचली जाती हैं। “न्यूज़ देखो” आपसे अपील करता है – सावधानी और संवेदना दोनों जरूरी हैं।