घटना के मुख्य बिंदु
- पुल निर्माण कार्य में लगे मुंशी बाल गोविंद साव की धारदार हथियार से हत्या।
- घटना का कारण लेवी न देना बताया गया।
- घटनास्थल पर झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा का पर्चा बरामद।
- परिजनों ने ठेकेदार और उग्रवादियों को जिम्मेदार ठहराया।
घटना का विवरण
लातेहार में गुरुआ दोहर नदी पर बन रहे पुल निर्माण कार्य में लगे मुंशी बाल गोविंद साव (55 वर्ष) की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई। मृतक कुलगाला रिचूगुट्टा गांव का निवासी था और कंस्ट्रक्शन का काम चतरा की नीलम कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया जा रहा था। घटना का कारण लेवी न देना बताया जा रहा है।
पुलिस और परिजनों का बयान
घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारी प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या का कारण लेवी न देना प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने घटनास्थल से झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा का पर्चा बरामद किया है, जिसमें संगठन ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। मृतक के बेटे प्रदीप साव ने कहा कि उनके पिता को लंबे समय से लेवी के लिए कॉल आ रहे थे।
घटनास्थल पर मजदूरों का बयान
घटनास्थल पर मौजूद मजदूर नागेश्वर खरवार ने बताया कि रात को 5-6 हथियारबंद अपराधी निर्माण स्थल पर आए और मुंशी बाल गोविंद साव को पकड़कर कुछ दूर ले गए। हत्या के बाद शव के हाथ बंधे हुए मिले। मजदूरों ने बताया कि उग्रवादियों ने ठेकेदार के खिलाफ भी पर्चा छोड़ा है।
परिजनों की मांग
मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन से मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की है। उन्होंने ठेकेदार को भी घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस का दावा
पुलिस का दावा है कि घटना में शामिल अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी होगी। मौके पर सभी मजदूरों और अन्य गवाहों से पूछताछ की जा रही है।
इस प्रकार, लातेहार में उग्रवादियों की इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लेवी के नाम पर हो रही ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
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