भवनाथपुर प्रखंड में 14 वर्षीय किशोर की मौत ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। मृतक सूरज कुमार (पिता दिलीप गुप्ता), आरसली उत्तरी का निवासी था। जानकारी के अनुसार, सूरज को सॉल्यूशन सूंघने की लत लग गई थी, जो धीरे-धीरे जानलेवा बन गई। रविवार को उसने अधिक मात्रा में सॉल्यूशन सूंघ लिया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे भवनाथपुर सीएचसी में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार और क्षेत्र में शोक
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सूरज पिछले कुछ महीनों से इस आदत का शिकार था। अकेले में सॉल्यूशन सूंघकर नशा करने की उसकी आदत परिवार के लिए चिंता का कारण बन गई थी। माता-पिता उसे इस लत से छुड़ाने का हरसंभव प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह नशे की गिरफ्त से बाहर नहीं निकल पाया।
इस घटना ने न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे गांव को झकझोर दिया है। 20 दिन पहले ही सूरज की मां की कैंसर से मौत हो गई थी, और अब इकलौते पुत्र की मृत्यु ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
बढ़ता नशा और प्रशासन की निष्क्रियता
यह दुखद घटना इलाके में नशे के बढ़ते प्रचलन की ओर इशारा करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाजारों में सॉल्यूशन और अन्य नशीले पदार्थ आसानी से उपलब्ध हैं, जिससे किशोर वर्ग तेजी से इनकी चपेट में आ रहा है। अब तक प्रशासन की ओर से इस पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
समाज और प्रशासन से अपील
गांव के लोगों ने नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। समाज के जागरूक नागरिकों का मानना है कि नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने और नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना करने की सख्त जरूरत है, ताकि युवाओं को इस जानलेवा लत से बचाया जा सके।
समाज के लिए यह एक चेतावनी है कि युवाओं को इस तरह के खतरनाक पदार्थों से बचाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।