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गढ़वा में रामलला मंदिर से निकली बजरंग दल की राष्ट्र चेतना — 300 स्थानों पर स्थापना दिवस का विराट आयोजन

#गढ़वा #संघटनात्मक_रणनीति : संयुक्त बैठक में बनी विस्तृत रूपरेखा — बजरंग दल और विहिप की तैयारी जोरों पर

गढ़वा जिले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की साझा संगठनात्मक रणनीति को धार देने के उद्देश्य से रामलला मंदिर गढ़वा में आज एक अहम जिला स्तरीय बैठक संपन्न हुई। बैठक में संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों की उपस्थिति में आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई। विशेष रूप से अखंड भारत संकल्प दिवस और स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों पर विशेष जोर दिया गया।

अखंड भारत संकल्प दिवस: 13-14 अगस्त को पूरे जिले में आयोजन

बैठक में निर्णय लिया गया कि 13 और 14 अगस्त को जिले के सभी 21 प्रखंडों में ‘अखंड भारत संकल्प दिवस’ मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक चेतना को जागृत करना है। कार्यकर्ताओं को इन आयोजनों के सफल संचालन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

300 स्थानों पर स्थापना दिवस कार्यक्रम की घोषणा

बैठक का मुख्य फोकस 16 से 31 अगस्त के बीच आयोजित होने वाले स्थापना दिवस कार्यक्रम रहे। तय किया गया कि गढ़वा जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों में कुल 300 स्थानों पर स्थापना दिवस का आयोजन किया जाएगा। इन आयोजनों के माध्यम से संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूत किया जाएगा।

50 विस्तारकों की टीम करेगी कार्य

संगठनात्मक दृष्टि से प्रभावी कार्यान्वयन के लिए 50 विस्तारकों की विशेष टीम बनाई गई है। ये विस्तारक विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को संगठन के उद्देश्यों से जोड़ने, कार्यक्रमों में भागीदारी सुनिश्चित करने और व्यापक प्रचार-प्रसार का कार्य करेंगे।

बैठक में उपस्थित पदाधिकारी और कार्यकर्ता

बैठक में प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, प्रांत संयोजक रंगनाथ महतो, जिला कोषाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह, जिला संगठन मंत्री रविंद्र यादव, जिला सह मंत्री चंदन स्वामी, जिला संयोजक शुभम चौबे, नगर अध्यक्ष करण चंद्रवंशी, जिला सहसंयोजक अभिषेक भारद्वाज, मिलन प्रमुख सोनू मद्धेशिया, गोरक्षा सह प्रमुख सुधाकर समेत विभिन्न प्रखंडों से आए सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: संगठनों की सशक्त रणनीति का नमूना

गढ़वा में हुई यह बैठक यह दर्शाती है कि राष्ट्रवादी संगठन ज़मीनी स्तर पर किस तरह रणनीतिक तौर पर सक्रिय हो रहे हैं। इस स्तर की पूर्व नियोजित कार्यक्रम श्रृंखला, न केवल संगठन को बल देगी, बल्कि युवाओं को जोड़ने में भी सहायक होगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

राष्ट्रनिर्माण में भागीदारी का समय

अब समय है कि हम सब इस तरह के सकारात्मक आयोजनों को सामाजिक मजबूती के नजरिए से देखें और देशहित में अपनी भागीदारी तय करें। इस खबर पर अपनी राय कमेंट करें और अपने मित्रों व परिवार के साथ इसे साझा करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस चेतना से जुड़ सकें।

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