बाकी नदी में धड़ल्ले से हो रहा अवैध बालू उठाव, प्रशासन बेबस

#विशुनपुरा #अवैधबालूउत्खन्न – प्रशासनिक टास्क फोर्स की नाकामी से बालू माफियाओं का हौसला बुलंद, नदी बन रही हादसों की वजह

रात में चालू होता है काला कारोबार, दिन में प्रशासन बेखबर

विशुनपुरा प्रखंड की बाकी नदी अवैध बालू माफियाओं का अड्डा बन चुकी है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टरों से बालू की अवैध लूट जारी है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है

उपायुक्त द्वारा गठित टास्क फोर्स, जिसमें एसडीओ, सीओ और थाना प्रभारी शामिल हैं, अवैध बालू उत्खनन पर अंकुश लगाने में विफल रही है

ग्रामीणों ने बताया कि दिन में नदी किनारे बालू के ढेर लगाए जाते हैं और जैसे ही अंधेरा होता है, ट्रैक्टरों की कतार नदी में उतर जाती है। रातभर अवैध बालू उठाव और परिवहन का सिलसिला चलता है।

घाटों से दूसरे थाना क्षेत्रों तक हो रही सप्लाई, प्रति ट्रैक्टर हो रही भारी कमाई

पतिहारी दर, सोनडीहा और विशुनपुरा घाटों से अवैध बालू उठाकर बंशीधर नगर, रमना, बरडीहा और मेराल जैसे इलाकों में भेजा जा रहा है।

प्रत्येक ट्रैक्टर पर लगभग 5000 रुपये की कमाई हो रही है, जिससे बालू माफियाओं की चांदी कट रही है, वहीं स्थानीय लोगों को योजना के तहत घर बनाने के लिए बालू नहीं मिल पा रहा

इस वजह से आवास योजनाएं अधूरी पड़ी हैं और लाभुक परेशान हैं।

प्रशासनिक चुप्पी और माफियाओं का मनोबल

अवैध बालू उत्खनन की यह स्थिति प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े कर रही है। नदी में कई जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं जो भविष्य में किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।

“नियमानुसार कार्रवाई कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।” — राजेश कुमार, अंचल अधिकारी

हालांकि प्रशासन दावा कर रहा है कि कार्रवाई की जाएगी, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है

न्यूज़ देखो : पर्यावरण और कानून की रक्षा के लिए हमारी रिपोर्टिंग

“न्यूज़ देखो” अवैध गतिविधियों और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करने का काम करता है। हम हर उस खबर को सामने लाते हैं जो जनता की सुरक्षा और अधिकारों से जुड़ी हो
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अगर आपको यह खबर ज़रूरी और जनहित में लगी हो, तो कृपया इसे शेयर करें और नीचे अपनी राय कमेंट में जरूर दें।

Exit mobile version