बक्सर समाहरणालय परिसर में पालना घर का उद्घाटन, कामकाजी महिलाओं को मिलेगी राहत


पालना घर के उद्घाटन से कामकाजी महिलाओं को मिली राहत

बक्सर: जिले के समाहरणालय परिसर में जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने पालना घर का उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य कामकाजी महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके बच्चों को एक सुरक्षित एवं आनंदमय वातावरण प्रदान करना है। इस अवसर पर जिले के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। उद्घाटन के दौरान डीएम ने पालना घर का निरीक्षण किया और इसके बेहतर संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

कामकाजी महिलाओं के लिए बड़ा सहारा

बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को 35% क्षैतिज आरक्षण दिए जाने के बाद सरकारी कार्यालयों में महिला कर्मियों की संख्या बढ़ी है। लेकिन बच्चों की देखभाल के कारण कई महिलाएं नौकरी छोड़ने पर मजबूर हो जाती हैं। इसी समस्या के समाधान के लिए पालना घर की स्थापना की गई है, जिससे महिलाएं अपने करियर को जारी रख सकेंगी।

पालना घर की विशेषताएं

महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

पालना घर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करता है। यह उन्हें अपने करियर में वापस लौटने और आर्थिक रूप से सशक्त बनने में मदद करेगा। इस पहल से महिलाएं अपने पारिवारिक और पेशेवर जीवन में संतुलन बना सकेंगी।

अधिकारियों ने की सराहना

इस अवसर पर वरीय कोषागार पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, सहायक निदेशक बाल संरक्षण, जिला नियोजन पदाधिकारी, जिला मिशन समन्वयक और जिला परियोजना प्रबंधक उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने इस पहल की सराहना की और इसे महिला सशक्तिकरण और बच्चों की सुरक्षा की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।

📢 ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें बिहार और झारखंड की ताज़ा खबरों के लिए।

Exit mobile version