#गिरिडीह #उपलब्धि : मोंगिया स्टील के डायरेक्टर बलविंदर सिंह ने IIM लखनऊ में Sales & Marketing Leadership कोर्स में पाया डिस्टिंक्शन
- मोंगिया स्टील लिमिटेड के डायरेक्टर और युवा उद्यमी बलविंदर सिंह को बड़ा सम्मान।
- IIM लखनऊ के Executive Management Program की वेलिडिक्शन सेरेमनी में डिस्टिंक्शन।
- गिरिडीह से शुरू हुई शिक्षा यात्रा, राष्ट्रीय स्तर तक बनाई पहचान।
- इस उपलब्धि पर पूरे मोंगिया स्टील परिवार ने बधाई दी और गर्व व्यक्त किया।
- युवाओं के लिए प्रेरणा बने बलविंदर सिंह, जिनकी मेहनत और लगन से मिली सफलता।
गिरिडीह के युवा उद्यमी और मोंगिया स्टील लिमिटेड के डायरेक्टर बलविंदर सिंह ने झारखंड का नाम रोशन किया है। 19 सितंबर को आईआईएम लखनऊ में आयोजित वेलिडिक्शन सेरेमनी में उन्हें Executive Management Program in Sales & Marketing Leadership में डिस्टिंक्शन सम्मान से नवाजा गया। उनकी इस उपलब्धि से न केवल परिवार और संस्थान को गर्व हुआ, बल्कि पूरे जिले में हर्ष की लहर है।
गिरिडीह से सफलता की नई कहानी
बलविंदर सिंह का सफर इस बात का प्रमाण है कि छोटे शहर से भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं। गिरिडीह की मिट्टी से निकले इस युवा ने अपनी शिक्षा और अनुभव के बल पर देश के प्रतिष्ठित संस्थान में नाम दर्ज कराया। IIM लखनऊ में Sales & Marketing Leadership कोर्स पूरा करना और उसमें डिस्टिंक्शन हासिल करना आसान नहीं था, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने यह मुकाम दिलाया।
शिक्षा और प्रबंधन में नई पहचान
Executive Management Program का उद्देश्य प्रबंधकीय कौशल और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाना है। बलविंदर सिंह ने इस कोर्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए यह साबित किया कि निरंतर सीखने की ललक व्यक्ति को नए आयामों तक ले जाती है। यह उपलब्धि आने वाले समय में उनके पेशेवर जीवन को और मजबूत बनाएगी और कंपनी के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
परिवार और संस्थान की खुशी
मोंगिया स्टील परिवार ने इस सफलता को संस्थान के लिए गौरव का क्षण बताया। उनका कहना है कि बलविंदर सिंह की यह उपलब्धि पूरे संगठन के लिए प्रेरणा है। उनके नेतृत्व में संस्थान नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
मोंगिया स्टील परिवार के सदस्यों ने कहा: “बलविंदर सिंह की यह सफलता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है बल्कि यह गिरिडीह और झारखंड के हर युवा के लिए प्रेरणा है।”
युवाओं के लिए प्रेरणा
बलविंदर सिंह की मेहनत और लगन उन युवाओं के लिए आदर्श है जो छोटे शहरों से निकलकर बड़े सपनों को साकार करना चाहते हैं। उनका उदाहरण बताता है कि अवसर और दृढ़ निश्चय मिलकर किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं।
सामाजिक संदेश और महत्व
गिरिडीह जैसे छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाना यह संदेश देता है कि शिक्षा और ज्ञान ही असली ताकत है। आज के युवाओं को चाहिए कि वे बलविंदर सिंह जैसे व्यक्तित्वों से सीख लेकर अपनी राह तय करें।



न्यूज़ देखो: गिरिडीह से निकली प्रेरणा की किरण
यह खबर दिखाती है कि झारखंड के युवा भी देशभर में अपनी अलग पहचान बनाने की क्षमता रखते हैं। बलविंदर सिंह की यह उपलब्धि आने वाले समय में न केवल जिले, बल्कि राज्य की प्रतिष्ठा को भी ऊंचा करेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नई ऊंचाइयों की ओर
अब समय है कि हम सब ऐसे युवाओं का हौसला बढ़ाएं जो अपनी मेहनत और लगन से समाज और क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि हर युवा प्रेरित हो सके।